मग़रिबी बंगाल
मर्कज़ के हुसूल आराज़ीयात बिल पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। चीफ़ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल ममता बनर्जी ने इस बिल की ताईद ना करने अपने मौक़िफ़ का इआदा किया। उन्होंने कहा कि हमें अराज़ी बिल की ताईद क्यों करनी चाहिए? इस मामले में कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
ये हमारी ज़मीन से मरबूत है और हमारी जद्द-ओ-जहद से मरबूत है। तृणमूल कांग्रेस सरबराह ने ये मौक़िफ़ उस वक़्त ज़ाहिर किया जब एक दिन क़बल उनकी वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात और एक शहि नशीन पर मौजूदगी को अपोज़ीशन जमातें सियासी दोस्ती से ताबीर कररही हैं।
ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने पार्लियामेंट में अपना मौक़िफ़ वाज़िह कर दिया है। जबरी अराज़ी हुसूलयाबी के ख़िलाफ़ उन्होंने 26 दिन भूक हड़ताल की थी। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने जबरी अराज़ी हुसूलयाबी के ख़िलाफ़ हमेशा जद्द-ओ-जहद की वो क्योंकर मौजूदा अराज़ी की ताईद करसकती है।