अर्जित चौबे की गिरफ्तारी के वक्त लगे ‘जय श्रीराम के नारे’, पुलिस ने सरेंडर के दावे को किया खारिज!

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे को शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद बिहार पुलिस सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के आरोपी अर्जित शाश्वत को पटना से भागलपुर ले गई, जहां आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।

गिरफ्तारी के बाद अर्जित शाश्वत ने एक बार फिर सफाई दी है। शाश्वत का कहना है कि उनके खिलाफ साजिश के तहत सभी झूठे आरोप लगाए गए हैं। गिरफ्तारी के वक्त अर्जित के समर्थकों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए।

वहीं गिरफ्तारी के बाद सांसद पिता से मिलने वाली मदद को लेकर सवाल के जवाब में अर्जित शाश्वत ने कहा, ‘वो मुझे क्यों नहीं बचाएंगे, पिता का काम होता है कि सही काम में बच्चे का साथ देना। अगर मैं गलत होता, तो मेरे पिता कभी सामने नहीं आते।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे का कहना है कि वो भगोड़ा नहीं हैं, जमानत याचिका खारिज होने के बाद उन्होंने सरेंडर करने का फैसला लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अर्जित शाश्वत ट्रेन से आरा से पटना आ रहे थे। पुलिस ने उनको पटना स्टेशन से बाहर निकलते ही महावीर मंदिर के पास गिरफ्तार कर लिया गया।

गौरतलब है कि अर्जित शाश्वत ने भागलपुर कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई हुई थी, जिसे कोर्ट ने शनिवार को खारिज कर दिया था। अर्जित शाश्वत चौबे की गिरफ्तारी को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दबाव था।

सांप्रदायिक तनाव फैलाने के मामले में कोर्ट ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया था। शाश्वत के ऊपर 17 मार्च को भागलपुर में एक जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप है।