अर्जुन तेंदुलकर पर उम्मीदों का दबाव‌ ना डालें : रोहन गवासकर

अज़ीम खिलाड़ी की औलाद होने के बाद उन पर मौजूद उम्मीदों के दबाव‌ से बख़ूबी वाक़िफ़ हिंदुस्तानी टीम के साबिक़ खिलाड़ी रोहन गवासकर ने आज हिंदुस्तानी मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के 14 साला बेटे अर्जुन तेंदुलकर के मुताल्लिक़ इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि अर्जुन को अकेला छोड़ दिया जाना चाहिए और नौजवान खिलाड़ी को अपने खेल से लुत्फ़ अंदोज़ होने का पूरा मौक़ा दिया जाना चाहिए।

स्कूल सतह की क्रिकेट में जूनियर तेंदुलकर के हालात की तफ़सीलात बताने के क़तई मूड में नज़र नहीं आने वाले रोहन ने मज़ीद कहा कि बच्चों को अकेला छोड़ दिया जाना चाहिए ताकि वो अपनी क्रिकेट से लुत्फ़ अंदोज़ हो सके। उन्होंने मज़ीद कहा कि वो अर्जुन के मुताल्लिक़ सचिन तेंदुलकर और उनकी अहलिया अंजली से भी तबादला-ए-ख़्याल करचुके हैं।

37 साला रोहन गवासकर जिन का क्रिकेट केरियर तक़रीबन एक दहिय से ज़्यादा अर्सा पर मुहीत रहा, ताहम वो अपने वालिद और हिंदुस्तानी क्रिकेट टीम के एक बेहतरीन खिलाड़ी तसव्वुर किए जाने वाले सुनील गवासकर जैसी मक़बूलियत हासिल नहीं कर पाए। रोहन गवासकर ने 11 मुक़ाबलों में हिंदुस्तान की नुमाइंदगी की थी जिस में 54 रंस उनका आज़म तरीन इन्फ़िरादी स्कोर रहा जबकि फ़स्ट क्लास के 117 मुक़ाबलों में उन्होंने 18 सैंचुरियों के हमराह 6,938 रंस‌ स्कोर किए हैं।

रोहन गवासकर गुजिश्ता साल‌ फ़स्ट क्लास क्रिकेट से भी सबकदोश होचुके हैं और अब वो अपने वालिद के साथ हिंद-ऑस्ट्रेलिया रवां सीरीज़ में कामंटरी के फ़राइज़ अंजाम दे रहे हैं। रोहन गवासकर ने मज़ीद कहा कि मुसलसल सचिन तेंदुलकर के साथ अर्जुन तेंदुलकर का मुवाज़ना नहीं किया जाना चाहिए चूँकि इस से खिलाड़ी पर उमीदों का गै़रज़रूरी दबाव‌ बनता है। याद रहे अर्जुन जोकि बाएं हाथ के बैटस्मेन हैं उन्होंने गुजिश्ता साल‌ माह मई में मुंबई क्रिकेट एसोसीएश‌ण के अंडर 14 टीम में सैंचुरी स्कोर की है।