कर्नाटक में दहश्तगर्दी के मंसूबा को नाकाम बनाने के बाद इस नट वर्क के ख़िलाफ़ तहक़ीक़ात करने वालों का दावा है कि मुस्लिम नौजवान अलक़ायदा के इंटरनैट मैगज़ीन से गुमराह होरहे हैं । गिरफ़्तार शूदा नौजवान भी इस ऑनलाईन मैगज़ीन के मतन से हौसला पाकर दहश्तगर्दी की सरगर्मीयों से दिलचस्पी पैदा की थी ।
अफ़्ग़ानिस्तान में अलक़ायदा की सरगर्मीयों को शानदार समझ कर मुस्लिम नौजवान इस से मुतास्सिर हुए हैं । सैंटर्ल सिक्योरिटी एजैंसीयों की एक मुशतर्का टीम के ज़राए ने दावा किया कि बैंगलौर में गिरफ़्तार अफ़राद से पूछगछ के दौरान ये हक़ीक़त सामने आई है कि इंटरनैट पर पेश की जाने वाली इश्तिआल अंगेज़ तक़ारीर और मतन से दहश्तगर्दी के ग्रुप तशकील देने की तरग़ीब हासिल हुई है ।
पाकिस्तान में वाक़ै दहश्तगर्द तंज़ीम लश्कर-ए-तुयेबा के स्लीपर सेल के मैगज़ीन में लिखी गई बातों को इंटरनैट पर अपलोड किया जाता है जिस का मुताला करके मुस्लिम नौजवान गुमराह होरहे हैं । बैंगलौर में गिरफ़्तार अफ़राद में एक सहाफ़ी भी है जो कर्नाटक के सरकरदा मक़बूल आम अख़बार में काम करते हैं इस के इलावा एक जूनियर रिसर्च फ़ैलो भी हैं जो परीमबतर डीफ़ैंस रिसर्च ऐंड डीवलपमनट आर्गेनाईज़ेशन में काम करते हैं ।
इंटरनैट मैगज़ीन के ख़िलाफ़ अमरीका के कई थैंक टियाक ने तन्क़ीद की है । अमरीका की कई तंज़ीमों ने मैगज़ीन को ममनूआ तंज़ीम अलक़ायदा के लिए नौजवानों से बराह-ए-रास्त रवाबित किए बगै़र उन्हें भर्ती करने का मूसिर हथियार क़रार दिया है । गिरफ़्तार शूदा नौजवानों ने ख़ुद को बेक़सूर क़रार दिया है । वालदैन ने भी पुलिस के इल्ज़ाम को मुस्तर्द करदिया है ।