अलक़ायदा बदहाल मगर मुकम्मल सफ़ाया अभी बाक़ी

अलक़ायदा नुमायां तौर पर अफ़्ग़ानिस्तान और पाकिस्तान में कमज़ोर पड़ चुका है जबकि बड़े हमले करने के लिए उस की सलाहियत पर कारी ज़रब लगी है लेकिन ये कैंसर वहां से निकल कर दूसरे इलाक़ों में पहुंच रहा है और नए महफ़ूज़ पनाह गाहों को रोकने की ज़रूरत है ,

अमरीकी वज़ीर दिफ़ा लियोन पनेटा ने ये बात कही । अमरीकी वज़ीर दिफ़ा ने साथ ही पाकिस्तान का भी ज़िक्र किया और कहा कि अगर अफ़्ग़ानिस्तान में देरपा अमन और सलामती को यक़ीनी बनाना हो तो पाकिस्तान में दहश्तगर्दी की महफ़ूज़ पनाह गाहों का सफ़ाया करना पड़ेगा।