अलकायदा से जुड़े हैं रांची के तीन नौजवान

रांची : झारखंड के करीब दर्जन भर नौजवान दहशतगर्द तंज़ीम अलकायदा से जुड़े हैं। सिक्यूरिटी एजेंसियों ने इनमें से नौ नौजवानों की शिनाख्त कर ली है़। इनमें तीन नौजवान अब्दुल शामी, अहमद मसूद अकरम शेख व नसीम उर्फ राजू को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है़। अब्दुल शामी की गिरफ्तारी हरियाणा से हुई थी़। वह पाकिस्तान का दौरा कर चुका है़। वहीं अहमद मसूद व नसीम उर्फ राजू को जमशेदपुर पुलिस ने 25 जनवरी को गिरफ्तार किया था। खबर है कि नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआइए) दीगर छह मुश्तबा पर नजर रख रही है़।

बाहर जाने की तैयारी में रांची का मुश्तबा

एनआइए जिन छह मुश्तबा पर नजर रख रही है, उनमें मुदब्बीर, रिजवान, उमर, हुजेफा, बिलाल और अबु सुफियां शामिल हैं। इनमें तीन मुश्तबा रांची के हैं। वहीं दो जमशेदपुर के और एक चतरा जिले का रहनेवाला है़। चतरा के रहने वाले नौजवान के बारे में सिक्यूरिटी एजेंसियों को इत्तिला है कि वह पाकिस्तान जा चुका है। जबकि रांची का रहनेवाला एक मुश्तबा मुल्क से बाहर जाने की मंसूबा बना रहा है़ उसने पासपोर्ट के लिए दरख्वास्त भी दिया है़।

सिक्यूरिटी एजेंसियों के पास मौजूद इत्तिला के मुताबिक, कटक से गिरफ्तार किये गये दहशतगर्द मौलाना अब्दुल रहमान कटकी को भारत में अलकायदा तंज़ीम की तौसिह की जिम्मेदारी दी गयी थी। इसके बाद उसने झारखंड के जमशेदपुर, रांची और चतरा जिले से नौ नौजवानों को तैयार किया था़ सभी को दहशतगर्द तंज़ीम अलकायदा से जोड़ा था़। कटकी को पकड़ने के बाद दिल्ली पुलिस की टीम ने हरियाणा से जमशेदुपर के रहने वाले अब्दुल शामी को गिरफ्तार किया था।

अब्दुल शामी जनवरी-2014 में पाकिस्तान गया था। करीब एक साल से ज्यादा वक़्त तक वहां रहने के बाद वह गुजिश्ता साल फरवरी-मार्च में लौटा था। अब्दुल शामी के साथ अबु सुफियां भी दुबई के रास्ते पाकिस्तान गया था़। दोनों कोलकाता से दुबई गये थे। दुबई में एक पाकिस्तानी ड्राइवर से मिले। फिर शारजाह होते हुए पाकिस्तान पहुंचे थे। अप्रैल 2014 में दोनों ने पाकिस्तान के मनसेरा वाक़े लश्कर-ए-तैयबा के कैंप में एके-47, एलएमजी व पिस्तौल चलाने और बम बनाने की ट्रेनिंग ली थी।

झारखंड के जो लोग अलकायदा से जुड़े हैं : मुदब्बीर, रिजवान, उमर, अबु सुफियां, अहमद मसूद अकरम शेख (गिरफ्तार), हुजेफा, बिलाल, नसीम उर्फ राजू (गिरफ्तार) व अब्दुल शामी (गिरफ्तार)