सी पी आई ने अलहदा तेलंगाना के क़ियाम पर जल्द फ़ैसला करने का मुतालिबा करते हुए हुकूमत से ख़ाहिश की के वो इस मसले पर आंध्र प्रदेश की तमाम सयासी जमातों से जल्द मुशावरत करे। सी पी आई ने ख़बरदार किया कि फ़ैसले में ताख़ीर की सूरत में बेचैनी में इज़ाफ़ा होगा।
सी पी आई के जनरल सेक्रेटरी एस सुधाकर रेड्डी ने वाज़िह तौर पर कहा कि हैदराबाद को तेलंगाना का दार-उल-हकूमत बनाया जाना चाहीए और दावा किया कि हैदराबाद के बगै़र तेलंगाना का वजूद ही नामुमकिन होगा।
वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के मौसूमा मकतूब में उन्होंने कहा कि अलहदा तेलंगाना के फ़ैसले को मुल्तवी नहीं रखा जाना चाहीए। अब तो अवाम कांग्रेस के इरादों पर शकूक-ओ-शुबहात का इज़हार करने लगे हैं।
अगर इस मर्तबा भी अवाम को धोका दिया जाएगा तो कांग्रेस की साख-ओ-सदाक़त के बारे में सवालिया निशान लगेंगे। सुधाकर रेड्डी ने कहा कि अवाम बड़े पैमाने पर अस्करी मुहिम शुरू करदेंगे जिसे कुचलना हुकूमत के लिए दुशवार होजाएगा।
चुनांचे बतौर मेहरबानी जलद मुसबत फ़ैसला किया जाये। उन्होंने कहा कि चन्दीगढ़ की मिसाल इस ज़िमन में बेसूद होगी क्यूंकि ये शहर पंजाब और हरियाणा के दरमयान मुसावियाना फ़ासिले पर वाक़्ये है लेकिन हैदराबाद की बात अलग है और दरहक़ीक़त हैदराबाद तेलंगाना का दिल है।