अलहदा रियासत राइलसीमा पर सियासी जमाअतें मौक़िफ़ ज़ाहिर करें

अलहदा रियासत राइलसीमा मसला पर तमाम सियासी जमाअतें अपना मौक़िफ़ वाज़ेह करें चूँकि राइलसीमा अवाम एक मर्तबा फिर सियासी साज़िश का शिकार होना नहीं चाहते । तेलगू देशम क़ाइद बी रेड्डी , राज शेखर रेड्डी ने आज ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बात चीत करते हुए ये बात कही ।

उन्हों ने बताया कि राइलसीमा अवाम को अपने मफ़ादात के तहफ़्फ़ुज़ का हक़ हासिल है और वो अपने मफ़ादात के तहफ़्फ़ुज़ के लिये जद्द-ओ-जहद करने तय्यार हैं । मिस्टर जए रेड्डी राज शेखर रेड्डी ने कहा कि तमाम सियासी जमातों बशमोल वाई एस आर कांग्रेस और तेलगू देशम पार्टी को चाहीए कि वो भी फ़ौरी तौर पर मर्कज़ी हुकूमत को अलहदा राइलसीमा मसला पर मकतूब(लेटर) रवाना करते हुए ख़ित्ता के साथ इंसाफ़ के लिये की जाने वाली जद्द-ओ-जहद में तआवुन(मदद) करें ।

सेनएर तेलगू देशम क़ाइद ने बताया कि इंज़िमाम तेलंगाना के मौक़ा पर भी राइलसीमा अवाम ख़ामोश रहे और इस से क़ब्ल भी हर बात को क़बूल करते आए हैं लेकिन अब राइलसीमा अवाम ख़ुद अपनी अलहदा रियासत की जद्द-ओ-जहद का आग़ाज़(शरुआत) कर रहे हैं ।

उन्हों ने वाज़ेह किया कि अगर रियासत आंधरा प्रदेश की तक़सीम नागुज़ीर हो जाती है तो ऐसी सूरत में हुकूमत को चाहीए कि वो आंधरा प्रदेश को दो के बजाय तीन हिस्सों में मुनक़सिम करदे ताकि जिस का हक़ इसे हासिल हो जाएगा । हर ख़ित्ता के अवाम को मर्ज़ी के मुताबिक़ रियासत हासिल होगी ।

उन्हों ने बताया कि जिन हालात से रियासत दो-चार है इन हालात में रियासत की तक़सीम नागुज़ीर महसूस होरही है ताकि रियासत की रुकी हुई सनअती-ओ-मआशी (औद्योगिक और आर्थिक)तरक़्क़ी का अज़ सर-ए-नौ (फिर से)आग़ाज़(शरुआत) किया जा सके ।।