बी जे पी ने धमकी दी है कि वो अलहदा रियासत विदर्भ के मुतालिबे की ताईद में क़तई मरहले का एहतिजाज करते हुए सड़कों पर निकल आएगी और इल्ज़ाम आइद किया कि बरसर-ए-इक्तदार कांग्रेस दानिस्ता तौर पर विदर्भ को रियासत का दर्जा देने से गुरेज़ कररही है।
सदर महाराष्ट्र बी जे पी देवेंद्र फ़र्र नवीस ने कहा कि अगर कांग्रेस अलहदा रियासत विदर्भ का मुतालिबा क़बूल नहीं करती तो बी जे पी अपनी जम्हूरि लड़ाई को सड़कों पर ले आएगी। उन्होंने ख़ुसूसी इंटरव्यू के दौरान कहा कि बरसर-ए-इक्तदार पार्टी कांग्रेस ग़ालिबन सिर्फ़ तशद्दुद की ज़बान समझती है।
आंध्रप्रदेश में अलहदा रियासत तेलंगाना के लिए पुरतशद्दुद एहतेजाजी मुज़ाहिरों से इसका सबूत मिलता है। उन्होंने कहा कि ये आंध्र अवाम की खासतौर पर तेलंगाना इलाक़े के अवाम की बदकिस्मती है की उन्हें पुर तशद्दुद मुज़ाहरा एक अर्से तक करना पड़ा ताकि नई रियासत तशकील देने के लिए तहरीक बरक़रार रखी जाये।
उन्होंने कहा कि अब उन के मुतालिबे की तकमील की जाने वाली है क्योंकि कांग्रेस ज़ेरे क़ियादत यू पी ए हुकूमत ने नई रियासत की तजवीज़ का बिल पार्लियामेंट के सरमाई इजलास में पेश करने का इरादा किया है। पार्लियामेंट के सरमाई इजलास का अनक़रीब दिल्ली में आगाज़ होने वाला है।
फ़र्र नवीस ने कहा कि बी जे पी विदर्भ के मुतालिबे पर अटल है। उनकी पार्टी की क़ौमी आमिला का एक इजलास नवंबर 1992 में भुवनेश्वर में मुनाक़िद हुआ था जिस में अलहदा रियासत विदर्भ केलिए क़रारदाद मंज़ूर की गई है। उन्होंने महाराष्ट्र की प्रथीवी राज चौहान हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया कि काश्तकारों को कई बार तैक़ून देने के बावजूद मुआवज़ा अदा नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि काश्तकारों की ख़ुदकुशी अपना बदनुमा असर दुबारा उभार रही है। कई काश्तकारों ने ख़रीफ़ के मौसम में फ़सल तबाह हो जाने की वजह से ख़ुदकुशी करली है।