अलाहिदा तेलंगाना के क़ियाम को बी जे पी की ताईद बिल पर बेहस बेहतर

बी जे पी ने वाज़िह तौर पर कहा है कि वो अलाहिदा रियासत तेलंगाना की तशकील की भरपूर ताईद करने की पाबंद है।

और इस फ़ैसले को बी जे पी हरगिज़ वापिस नहीं लेगी। आज यहां अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए क़ौमी बी जे पी क़ाइद-ओ-रुकन पार्लीमान एम वैंकया नायडू ने ये बात कही।

उन्होंने बताया कि रियासत आंध्र प्रदेश की तंज़ीम जदीद में 2013 (तेलंगाना मुसव्वदा बिल) पर रियासती क़ानूनसाज़ असेंबली में मुबाहिस होना बहुत ही बेहतर बात है।

चूँकि अपने इलाके के मसाइल अवामी शकूक-ओ-शुबहात की यकसूई के लिए अरकाने असेंबली को इस मौके से भरपूर इस्तिफ़ादा करने ये बेहतर मौक़ा हासिल होगा।

उन्होंने मर्कज़ी हुकूमत वज़ीर-ए-आज़म को अपनी सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए कहा कि मुल्क की तारीख़ में डॉक्टर मनमोहन सिंह जिसे कमज़ोर वज़ीर-ए-आज़म कोई भी नहीं थे।

और डॉक्टर मनमोहन सिंह की हुक्मरानी में मुल्क तमाम तर शोबों में तरक़्क़ी हासिल करने के बजाय बिलकुल्लिया तौर पर तबाह हो कर रह गया है।

क़ाइद बी जे पी ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म की प्रेस कांफ्रेंस बिलकुल्लिया तौर पर सोनिया गांधी ख़ानदान की वफ़ादारी का इज़हार करने के सिवा और कुछ नहीं है।

वेंकया नायडू ने वज़ीर-ए-आज़म डॉक्टर मनमोहन सिंह से इस्तेफ़सार किया कि सिखों के क़त्ल पर कांग्रेस पार्टी अभी भी क्यों अपने रधे अमल का इज़हार करने से गुरेज़ कर रही है।

उन्होंने कहा कि 17 और 18 जनवरी को दिल्ली में बी जे पी क़ौमी आमिला का मीटिंग मुनाक़िद होगा और 19 जनवरी को दिल्ली में बी जे क़ौमी कौंसिल का मीटिंग मुनाक़िद होगा।

इस मीटिंग में समझा जाता हैके आइन्दा चंद माह बाद मुनाक़िद होने वाले आम चुनाव के लिए तशहीरी मुहिम के तरीका-ए-कार की हिक्मत-ए-अमली मुरत्तिब की जाएगी।