तेलंगाना रियासत में ही मुसलमानों की तरक़्क़ी मुज़म्मिर है इन ख़्यालात का इज़हार डॉक्टर मसऊद जाफरी रियास्ती सदर तेलंगाना मुस्लिम इंटेलेक्चुअल फ़ोर्म हैदराबाद ने कहकशां उर्दू हाल महबूबनगर में मुनाक़िदा मीटिंग में दानिश्वर तबक़ा को मुख़ातब करने के दौरान किया।
उन्होंने मुसलमानों पर ज़ोर दिया कि वो ग़ैर जज़बाती अंदाज़ फ़िक्र को फ़रोग़ दें चूँकि जज़बाती नारों से कोई चीज़ हासिल होने वाली नहीं है।
मसऊद जाफरी ने रियासत तेलंगाना में मुसलमानों को आबादी के तनासुब से क़ानूनसाज़ी और दस्तूरी इदारों में नुमाइंदगी को वक़्त की अहम ज़रूरत क़रार देते हुए फ़ोर्म की तरफ से जद्द-ओ-जहद करने का अज़म ज़ाहिर किया।
उन्होंने बताया कि जब तक उर्दू को रोज़गार से मरबूत नहीं किया जाता उस वक़्त तक उर्दू की तरक़्क़ी नामुमकिन है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद शहर गंगा जमुनी तहज़ीब का मर्कज़ रहा है। मुहम्मद क़ुली क़ुतुब शाह के दौरे हुकूमत में ये शहर हिंदू मुस्लिम यकजहती का गहवारा रहा है।
मसऊद जाफरी ने बताया कि फ़ोर्म हिंदू मुस्लिम यकजहती को फ़रोग़ देने के लिए हर मुम्किना तौर पर जद्द-ओ-जहद करेगी और मुस्लिम तहज़ीब-ओ-सक़ाफ़्त को तरक़्क़ी देने के लिए कोशां है।