अलाहिदा रियासत तेलंगाना के लिए तक़रीबन 50 साल से जारी जद्द-ओ-जहद ऐसा लगता है कि नतीजाख़ेज़ साबित हो रही है, क्योंकि कांग्रेस ज़ेर-ए-क़ियादत यू पी ए ने आंध्रा प्रदेश की तक़सीम का वाज़िह तौर पर इशारा दिया है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी और यू पी ए के आज अलाहिदा इजलास होंगे।
इजलास में रियासते तेलंगाना की तशकील का फ़ैसला किया जाएगा, जिस के दूररस सयासी असरात मुरत्तिब होसकते हैं। इस ज़िमन में मुसबत इशारे मिल रहे हैं और कांग्रेस हाईकमान ने कहा है कि जो भी फ़ैसला होगा इस से किसी फ़रीक़ को नाराज़गी होगी लेकिन हम अपना ज़हन बना चुके हैं, इस से साफ़ ज़ाहिर है कि कांग्रेस ने अलाहिदा रियासत तेलंगाना तशकील देने का फ़ैसला कर लिया है। 9 दिसंबर 2009 को हुकूमत ने तेलंगाना की तशकील का ऐलान किया था लेकिन साहिली आंध्रा और रायलसीमा में पुरतशद्दुद एहतिजाज की बिना फ़ौरी अपना फ़ैसला वापिस ले लिया। इस के बाद तेलंगाना में जारी एहतिजाज शिद्दत इख़तियार कर गया और अब तक कई अफ़राद अलाहिदा रियासत के लिए अपनी जान दे चुके हैं। इमकानी सूरत-ए-हाल का अंदाज़ा करते हुए मर्कज़ी हुकूमत ने तमाम हस्सास इलाक़ों में ज़ाइद सेक्युरेटी तैयनात की है। इस के इलावा सेंट्रल पैरा मिल्ट्री फोर्सेस को भी रवाना किया गया है। आंध्रा और रायलसीमा में रियासत की तक़सीम के पेशे नज़र सियासी सरगर्मीयां तेज़ होगई हैं।
अंदरून पार्टी बड़े पैमाना पर एहतिजाज की तवक़्क़ो
इस फ़ैसले पर अंदरून पार्टी बड़े पैमाना पर एहतिजाज की भी तवक़्क़ो की जा रही है और चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने भी मुबय्यना तौर पर मुस्ताफ़ी होने की धमकी दी है। कांग्रेस की आला तरीन पालिसी साज़ बॉडी (सी डब्लयू सी) का इजलास कल 5:30 बजे शाम मुनाक़िद होरहा है। समझा जाता है कि पार्टी ने आंध्रा प्रदेश की तक़सीम का ज़हन बना लिया है और वो इस अहम मसले पर सी डब्लयू सी इजलास से क़ब्ल यू पी ए हलीफ़ जमातों से मुशावरत करेगी। पार्लियामेंट के 5 अगस्त से शुरू हो रहे मानसून सेशन से क़ब्ल ये आला सतही इजलास मुनाक़िद किया जा रहा है, जिसमें अगर तेलंगाना का फ़ैसला कर लिया जाये तो पारलीमानी सेशन में बिल पेश किया जा सकता है। ए आई सी सी जनरल सेक्रेटरी-ओ-इंचार्ज उमूर् आंध्रा प्रदेश दिग्विजय सिंह ने जो रियासती क़ाइदीन से इस मसले पर मुज़ाकरात कर रहे हैं, कहा कि मंगल को क़तई फ़ैसले का ऐलान किया जाएगा। उन्होंने एतराफ़ किया कि ये एक आसान फ़ैसला नहीं है और इस मुआमले में हर फ़रीक़ की बात और उस की राय को भी मल्हूज़ रखना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि क़ौमी मुफ़ाद में फ़ैसला किया जाएगा। ताहम उन्होंने उस की मज़ीद सराहियत नहीं की। कांग्रेस क़ियादत इस मसले पर रियासती क़ाइदीन और मर्कज़ी सतह पर मुज़ाकरात जारी रखे हुए।
बताया जाता है कि रॉयल तलंगाना की तजवीज़ से दसतबरदारी इख़तियार करते हुए हैदराबाद को चंद साल तक दोनों रियासतों का मुशतर्का सदर मुक़ाम बनाने का भी जायज़ा लिया जा रहा है। चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी , डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर दामोधर राज नरसिम्हा और सदर प्रदेश कांग्रेस बोत्सा सत्यनारायना को दिल्ली तलब कर लिया गया है। रियास्ती वज़ीर और मुत्तहदा आंध्रा के कट्टर हामी शैलजानाथ ने बताया कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी तेलंगाना के बारे में सिर्फ़ अपने फ़ैसले का ऐलान करेगी और दस्तूर में तरमीम के ताल्लुक़ से फ़ैसला मर्कज़ी हुकूमत को करना है। इस दौरान 31 जुलाई को सीमा-आंध्रा के अवामी मुंतख़बा नुमाइंदों का इजलास भी होरहा है। आज दिल्ली में यू पी ए की हलीफ़ जमातों और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के अलाहेदा इजलास मुनाक़िद होंगे।
यू पी ए में शामिल एन सी पी जो तेलंगाना की ताईद करती आरही है कहा कि ये एक दरुस्त फ़ैसला होगा। मर्कज़ी मुमलिकती वज़ीर-ए-ज़िराअत तारीक़ अनवर ने अलाहेदा रियासत तेलंगाना की तशकील को हक़बजानिब क़रार देते हुए कहा कि गुज़िश्ता पचास साल से ये मुतालिबा किया जा रहा है।
मर्कज़ी वज़ीर शहरी हआ बाज़ी और आर एल डी सरबराह अजीत सिंह ने भी तेलंगाना की अवाम को मुबारकबाद दी और कहा कि उनकी जद्द-ओ-जहद समर आवर साबित होरही है।
मुलायम सिंह यादव ने अलाहेदा रियासत तेलंगाना की मुख़ालिफ़त की है इस के इलावा नेशनल कान्फ़्रेन्स के फ़ारूक़ अबदुल्लाह और मुस्लिम लीग के ई अहमद की राय आज मालूम होजाएगी।
कांग्रेस के ज़राए ने बताया कि आंध्रा रायलसीमा और तेलंगाना क़ाइदीन के इलावा बी जे पी की मुख़ालिफ़त के बाद कांग्रेस ने रॉयल तेलंगाना की तजवीज़ से दसतबरदारी इख़तियार करली है और 10 अज़ला पर मुश्तमिल तेलंगाना की तशकील का तक़रीबन फ़ैसला करलिया गया है।
दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि तेलंगाना के ताल्लुक़ से जो भी फ़ैसला होगा पार्टी उस की पाबंद होगी और हमें फ़ायदा या नुक़्सान की कोई परवाह नहीं। उन्होंने एतराफ़ किया कि पार्टी का फ़ैसला किसी के लिए तकलीफ़देह होसकता है मगर सब को इस फ़ैसले पर क़ायम रहना चाहीए। उन्होंने कहा कि गुज़िश्ता 12 साल से तेलंगाना मसले पर मुशावरत की जा रही है और अब ये सिलसिला ख़त्म होना चाहीए। 30 जुलाई को इस ताल्लुक़ से फ़ैसला कर लिया जाएगा।
मर्कज़ी हुकूमत ने मर्कज़ी वज़ीर चिरंजीवी और के एस राव की सेक्युरेटी में इज़ाफ़ा कर दिया है । इस दौरान मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला ने इमकानी सूरत-ए-हाल का अंदाज़ा करते हुए आंध्रा प्रदेश को 1000 पैरा मिल्ट्री फोर्सेस की इज़ाफ़ी कुमक रवाना करदी है। ये फ़ोर्स मौजूदा 1200 पैरा मिल्ट्री फोर्सेस के इलावा होगी जो तवक़्क़ो है कि साहिली आंध्रा और रायलसीमा इलाक़ों में तयनात की जाएगी जहां रियासत की तक़सीम के फ़ैसले के बाद एहतिजाज का अंदेशा है। ज़राए ने बताया कि सेंट्रल फोर्सेस के इलावा कर्नाटक आर्म्ड पुलिस के 200 और तमिलनाडु आर्म्ड पुलिस के 100 अरकान अमला भी हैदराबाद और अतराफ़-ओ-अकनाफ़ के इलाक़ों में है।