श्रीनगर: अलाहदगी पसंद लीडर मुसर्रत आलम भट्ट को क़ानून अवामी सलामती (पी एस ए) के तहत फिर गिरफ़्तार कर लिया गया है, हालाँकि दो रोज़ क़बल ही हाईकोर्ट ने इस ऐक्ट के तहत उनकी हिरासत को कुलअदम कर दिया था, हुकूमत जम्मू-कश्मीर ने ये बात कही।
वज़ीर-ए-तालीम नईम अख़तर ने जो हुकूमती तर्जुमान भी हैं, मीडियावालों को बताया कि अब मुझे क्या कहना चाहिए जबकि वो गिरफ़्तार किए जा चुके हैं? हमने उन्हें दुबारा पी एस ए के तहत गिरफ़्तार किया है। 45 साला भट्ट जिन्होंने 2010 में तवील अलाहदगी पसंद एजिटेशन चलाया था, मंगल को देर गए जम्मू के कोतबलवाल जेल के बाहर दुबारा गिरफ़्तार करलिए गए जबकि इसी रोज़ क़ब्लअज़ीं उन्हें अदालती हुक्मनामे के पेश-ए-नज़र रिहा किया गया था।
पी एस ए के तहत भट्ट की हिरासत को हाईकोर्ट ने अगस्ट से इस तरह के दूसरे मामले में कुलअदम किया था। 21 अगस्ट को हाईकोर्ट ने भट्ट की साबिक़ा हिरासत कुलअदम कर दी थी, जिन्हें रवां साल 17 अप्रेल को पब्लिक सेफ़्टी ऐक्ट के तहत माख़ूज़ किया गया था।