अलीगढ़ यूनीवर्सिटी के तीन तलबा-ए-मुअत्तल

अलीगढ़

अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी के तीन तलबा-ए-को ए एमयू स्टूडैंटस यूनीयन साबिक़ा नायब सदर पर हमले के इल्ज़ाम में मुअत्तल करदिया गया। यूनीवर्सिटी इंतेज़ामीया ने गुज़िश्ता हफ़्ते आफ़ताब हाल में हुए लड़ाई झगड़े की तहकीकात के अहकाम जारी किए थे जिस में तीन तलबा-ए-को झगड़े के दौरान क़सूरवार पाया गया।

सरकारी आलामीया के मुताबिक़ तीनों तलबा-ए-को कल मुअत्तल करदिया गया और उन्हें यूनीवर्सिटी के हुदूद में दाख़िला विनय से पाबंद करदिया गया।यूनीवर्सिटी के सीनियर‌ ओहदेदार ने बताया कि झगड़ा दो मुख़ालिफ़ इलाक़ाई ग्रुपस आज़म गढ़ और ग़ाज़ी पुर के दरमियान रौनुमा हुआ।

इन दोनों इत्तेला से बड़ी तादात‌ में तलबा-ए-यूनीवर्सिटी तालीम हासिल करने आते हैं। ए एमयू स्टूडैंटस के साबिक़ा नायब सदर तौसीफ आलिम जो कि आज़म गढ़ ग्रुप की रहनुमाई करते हैं, वो जुमा की शब आफ़ताब हाल के हॉस्टल रुम में हुए हमले में ज़ख़मी होगए। उन्हें ईलाज केलिए जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल मुंतक़िल करदिया गया।

जहां पर उन के हामियों की बड़ी तादात‌ जमा होगई और जब यूनीवर्सिटी के प्रोक्टर प्रोफेसर जमशेद सिद्दीक़ी दवाख़ाना इयादत केलिए पहुंचे तो आए बरहम तलबा-ए-ने घेर लिया और दबाव‌ डालने लगे। गुज़िश्ता शब दूसरे ग्रुप से ताल्लुक़ रखने वाले तलबा-ए-सर सय्यद गेस्ट पर जमा होगए और उन के ग्रुप से ताल्लुक़ रखने वाले तीनों तलबा-ए-की ताईद में वकालत करने लगे। मौक़िफ़ पर इलाक़ाई सर्किल ने पहुंच कर हालत को बेक़ाबू होने से रोक दिया।