अलैहदा तलंगाना के मुतालिबा पर सुपुर्दगी से कांग्रेस को नुक़्सान

के सी आर के मुतालिबा को क़बूल करना मुल्क भर में अलहदा रियास्तों के मुतालिबा को तक़वियत देने के मित्र दफ़, अमरीकी सफ़ीर के खु़फ़ीया केबल का विक्की लेक्स मैं अफ़शा-ए-
नई दिल्ली /4 सितंबर (पी टी आई) 2009 -ए-में तलंगाना की सूरत-ए-हाल पर अमरीका ने अपने तजज़िया में कहा था कि अलहदा रियासत तलंगाना के मुतालिबा के आगे ख़ुद सुपुर्दगी की सूरत में कांग्रेस पार्टी कीड़ों और जरासीम का एक ऐसा डिब्बा खोल देगी, जिस से वो एक ऐसी पार्टी ज़ाहिर होगी, जो कमज़ोर और बेअसर है और किसी भी धमकी से बाआसानी मरऊब हो सकती ही। 10 दिसंबर 2009 -ए-में इस वक़्त के अमरीकी सफ़ीर बराए हिंद तिमोथी रोमर ने अपने एक खु़फ़ीया केबल में कहा था कि तलंगाना सुपुर्दगी के असरात आंधरा प्रदेश के बाहर मुरत्तिब होसकते हैं, क्योंकि ऐसे ही मुतालिबात दीगर मुक़ामात पर भी किए जा सकते हैं और तलंगाना तहरीक की रातों रात कामयाबी की सूरत में अलहदा रियास्तों के मुतालिबात में शिद्दत पैदा होसकती ही। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम की जानिब से अलहदा रियासत तलंगाना की तशकील से मुताल्लिक़ एक ऐलान के दूसरे रोज़ तहरीर करदा केबल पयाम मैं मिस्टर रोमर ने कहा था कि कांग्रेस कुमलक भर में अलहदा रियास्तों की तहरीकात और उन के मुतालिबात पर उमंडने वाले सेलाब का सामना करना पड़ेगा और ऐसे किसी फ़ैसला से ख़ुद कांग्रेस पार्टी में फूट और इंतिशार का अंदेशा ही। मिस्टर रोमर के इस खु़फ़ीया पयाम का अब विक्की लेक्स की तरफ़ से अफ़शा-ए-हुआ ही, जिस में मज़ीद कहा गया है कि ऐसा मालूम होता है कि कांग्रेस एक कमज़ोर और बेअसर पार्टी ज़ाहिर होगी, जिसे आम इंतिख़ाबात में शानदार कामयाबी और अवामी फ़ैसला हासिल करने के सिर्फ छः माह बाद भी मामूली धमकीयों के ज़रीया बाआसानी मरऊब किया जा सकता ही। मिस्टर रोमर ने हुकूमत के इस फ़ैसला को दिसंबर 2009 -ए-में बरत रखने वाले टी आर इसके सरबराह के चन्द्र शेखर राॶ की एक ज़बरदस्त कामयाबी क़रार दिया था। टी आर ऐस तलंगाना की हामी एक इलाक़ाई जमात ही, जिस के पार्लीमैंट में सिर्फ दो अरकान हैं, जब कि असैंबली में इस वक़्त छः अरकान थी। इस के बावजूद इस पार्टी ने मुल्क गीर पैमाने पर शानदार फ़तह हासिल करनेवाली यू पी ए हुकूमत से तसादुम का रास्ता इख़तियार करने और कामयाबी हासिल करने को तर्जीह दी। केबल में मज़ीद कहा गया है कि हिंदूस्तानी हुकूमत 9 दिसंबर 2009 -ए-को अचानक मरऊब हो गई और के चन्द्र शेखर राॶ की भूक हड़ताल के ग्यारहवीं दिन तलंगाना के क़ियाम का अमल शुरू करने का इशारा दे दिया था। तलंगाना के मुतालिबा के आगे मरऊब होते हुए कांग्रेस ने अमलन कीड़ों का एक ऐसा डिब्बा अमलन खोल दिया, जब कि वो सितंबर 2009 -ए-में अपने चीफ़ मिनिस्टर वाई ऐस राज शेखर रेड्डी की मौत के बाद पैदा शूदा बोहरान से उभर रही थी। अमरीकी सिफ़ारतकार ने कहा कि तलंगाना फ़ैसला की सूरत में महाराष्ट्रा में इलाक़ा विदुर भा, उत्तरप्रदेश में बुंदेलखंड और प्रो अंचल के इलावा मलिक के दीगर हिस्सों में छोटी छोटी रियास्तों के क़ियाम के लिए बह यक वक़्त ऐसे ही मुतालिबात शिद्दत इख़तियार करसकते हैं। मिस्टर रोमर ने अपने केबल में मज़ीद लिखा कि कांग्रेस पार्टी (और यू पी ए हुकूमत) तलंगाना के बारे में अपने फ़ैसला पर ग़ालिबन पहले ही अफ़सोस कर रहे होंगी, इस दौरान अलहदा रियास्तों के मज़ीद मुतालिबात इस के लिए दर्द-ए-सर बन सकते हैं और ये पार्टी अपने ताक़तवर गढ़ आंधरा प्रदेश में फूट का शिकार हो सकती है और मीडीया में इस पार्टी को एक ऐसी कमज़ोर जमात की हैसियत से पेश किया जाएगा कि जिस की रीढ़ की हड्डी नहीं है और ये पार्टी बाअज़ ऐसे सयासी तौर पर मायूस इलाक़ाई सियासतदानों के हाथों पैदा की जाने वाली गड़बड़ की पहली ही अलामत को देख कर मरऊब हो जाती ही। मिस्टर रोमर ने मज़ीद कहा कि तलंगाना की तक़सीम के लिए चन्द्र शेखर राॶ के मुतालिबा ने आंधरा प्रदेश में कांग्रेस को फूट के दहाने पर पहुंचा दिया ही, क्योंकि इलाक़ा तलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले कई कांग्रेसी अरकान असैंबली-ओ-अरकान-ए-पार्लीमैंट उन के मुतालिबा की ताईद कर रहे हैं, जब कि आंधरा से ताल्लुक़ रखने वाले कांग्रेस के अरकान असैंबली-ओ-पार्लीमैंट उस की मुख़ालिफ़त कर रहे हैं। राबतों ने हमें बताया कि आंधरा प्रदेश की हुकूमत में मौजूदा चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर रोशिया और उन के सयासी हरीफ़ आँजहानी वाई ऐस राज शेखर रेड्डी के बेटे के दरमयान अंदरूनी सफ़ों में ज़बरदस्त लड़ाई जारी ही। रोशिया अगरचे चन्द्र शेखर राॶ की भूक हड़ताल से ख़ुश नहीं हैं, लेकिन उन की नाख़ुशी से यक़ीनन उन के हरीफ़ों को बहुत ख़ुशी हुई ही। इस तरह मसला तलंगाना पर कांग्रेस में फूट की हौसलाअफ़्ज़ाई हुई ही।