अल्पसंख्यकों के लिए 5 युनिवर्सिटीयों की स्थापना की कार्यवाही शुरू

नई दिल्ली: अल्पसंख्यक मामलों के पांच विश्वविद्यालय की स्थापना के निर्णय को लागू करने के लिए 11 सदस्यीय कमेटी का ऐलान कर दिया है। इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (आई ए एस) के पूर्व अधिकारी अफजल अमानुल्लाह को इस कमेटी का कन्वेनर बनाया गया है। यह कमेटी दो महीने के अंदर विश्वविद्यालय की स्थापना के संबंध में अपनी विस्तृत रिपोर्ट पेश करेगी।

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सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया है कि विश्व स्तर के यह पांच प्रस्तावित विश्वविद्यालय में कम से कम 100 एकड़ जमीन पर निर्माण किया जाएगा, जिनके अंदर स्कूल शिक्षा के साथ साथ चिकित्सा, इंजीनियरिंग और अन्य उच्च और व्यावसायिक शिक्षा दी जाएगी और निवास होस्टलों पर आधारित इन विश्वविद्यालयों के परिसर के अंदर ही उनके पाठ्यक्रमों की व्यवस्था की जाएगी। सूत्रों कमेटी की सिफारिशें प्राप्त होने के तुरंत बाद विश्वविद्यालयों के निर्माण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू कर दी जाएगी तथा वर्ष 2018 के शिक्षा सत्र से इन विश्वविद्यालयों में शिक्षा का सिलसिला शुरू कर दिया जाएगा।

आधुनिक सुविधाओं से लैस यह विश्वविद्यालय विश्व स्तरीय और आदर्श होंगी, जिनमें शैक्षिक गतिविधियों के साथ साथ कौशल विकास प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि अल्पसंख्यकों विशेषकर मुस्लिम युवाओं को विशेष रूप से रोजगार से जोड़ा जा सके। इन शिक्षण संस्थानों में 40 प्रतिशत आरक्षण लड़कियों के लिए किए जाने का प्रस्ताव है।

गौरतलब है कि केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मुख्तार अब्बास नकवी ने मौलाना आजाद एजुकेशनल फाउंडेशन सामान्य निकाय की बैठक के बाद 29 दिसंबर को युनिवेर्सिटीयों के गठन की घोषणा की थी। विश्वविद्यालयों की स्थापना के संबंध में 11 सदस्यीय कमेटी बनाए जाने के साथ ही इस संबंध में अल्पसंख्यक मंत्रालय ने अपनी प्रगति शुरू कर दी है।