अल्पसंख्यक मंत्रालय में हैं सिर्फ सात मुस्लिम कर्मचारी

नई दिल्ली: भारत में 2006 में स्थापित अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के कार्यालय में  कुल 74 कर्मचारियों में से कुल आठ अल्पसंख्यक हैं जिसमें सात मुसलमान और एक ईसाई है |

इन सात मुसलमानों में से एक संयुक्त सचिव, एक उप सचिव, एक एएसओ ,एक एसआरआई, एक एमटीएस और एक वरिष्ठ अनुवादक (उर्दू) है|

मंत्रालय में टूसर्किल.नेट की और से एक याचिका दायर की गयी थी जिसमें मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध, सिख, पारसी समुदाय की स्थिति के साथ-साथ उनके रैंक के बारे में जानकारी मांगी गयी थी | कार्यालय में बौद्ध, सिख, पारसी और जैन समुदाय से कोई भी व्यक्ति नहीं है |

आरटीआई में 2013-2014 के दौरान अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय में सेवारत अल्पसंख्यक समुदाय के कर्मचारियों के बारे में जानकारी देने के लिए कहा था | हैरत की बात ये है कि 2016 में भी अल्पसंख्यक कर्मचारियों की संख्या 8 ही है जिसमें छह मुसलमान और 2 ईसाइ हैं | छह मुसलमानों में एक निदेशक, एक एसआरआई, एक एमटीएस और एक सीनियर अनुवादक (उर्दू) है |

इस जानकारी से ये मालूम हुआ है कि अल्पसंख्यक समुदायों से सिर्फ़ 10.8% कर्मचारियों हैं | अल्पसंख्यक समुदायों के लिए काम करने वाले मंत्रालय में इतने कम प्रतिशत में समुदाय के कर्मचारियों के प्रतिनिधित्व ये सवाल खड़ा करता है कि कैसे ये मंत्रालय अल्पसंख्यकों के लिए सही तरह से काम करता होगा |