कैनेडा में मुक़ीम आलिमे दीन ताहिरुल क़ादरी जिन्हों ने हुकूमते पाकिस्तान के ख़िलाफ़ इन्क़िलाब की क़ियादत करने का अह्द किया है, आज उन के तैयारा का रुख़ इस्लामाबाद की बजाय लाहौर की सिम्त सियानती वजूहात की बिना पर मोड़ दिया गया जिस के नतीजे में उन के हामीयों और पुलिस के दरमयान झड़पें हो गईं।
उन्हों ने तैयारा से लाहौर में उतरने से इनकार कर दिया था और मुतालिबा कर रहे थे कि उसे उस की हक़ीक़ी मंज़िल तक इस्लामाबाद ले जाया जाए। मर्कज़ी वज़ीरे इत्तलात परवेज़ राशिद ने कहा कि तैयारा लाहौर इस लिए मुंतक़िल किया गया क्योंकि आलिमे दीन के हामी कसीर तादाद में इस्लामाबाद की सड़कों पर मौजूद थे और हम उन की जान का जोखिम मोल लेना नहीं चाहते थे।
हुकूमत पर उन की हिफ़ाज़त की ज़िम्मेदारी है। पाकिस्तान अवामी तहरीक के हामीयों को बेनज़ीर भुट्टो इंटरनेशनल एयरपोर्ट इस्लामाबाद के क़रीब पुलिस के साथ झड़पों में ज़ख़्म आए। पुलिस ने अल्लामा ताहिरुल क़ादरी के हामीयों को मुंतक़िल करने के लिए आँसू ग़ैस के शेल्स इस्तेमाल किए थे जिन्हों ने एक्सप्रैस वे पर जमा होकर नाकाबंदी करदी थी।
वो पाकिस्तान में एक मुतनाज़ा शख़्सियत हैं, कभी उन्हें शरीफ़ ख़ानदान का क़रीबी आदमी समझा जाता था, लेकिन अब उन्हों ने अपना मौक़िफ़ तबदील कर लिया है।
दरीं अस्ना इस्लामाबाद से मौसूला इत्तिलाआत के बामूजिब इस्लामाबाद एयरपोर्ट के बाहर पाकिस्तान अवामी तहरीक के हज़ारों हामी जमा हो गए थे और मुबैयना तौर पर उन की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी। आख़िर कार वो लाहौर एयरपोर्ट पर उतर गए और जिन्ना हॉस्पिटल पहुंच कर अपने ज़ख़्मी हामीयों की इयादत की।