हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहो तअला अन्हो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया, अल्लाह की रज़ा माँ बाप की रज़ा में और अल्लाह का गुस्सा माँ बाप के गुस्से में पोशीदा (छुपा) है। (बुखारी शरीफ)
हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहो तअला अन्हो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया, अल्लाह की रज़ा माँ बाप की रज़ा में और अल्लाह का गुस्सा माँ बाप के गुस्से में पोशीदा (छुपा) है। (बुखारी शरीफ)