अल्लाह की क़सम दुश्मनाँ इस्लाम से मुफ़ाहमत कभी नहीं की

मजीदुल्लाह ख़ान फ़र्हत उम्मीदवार हलक़ा असेंबली याक़ूतपूरा मजलिस बचाव‌ तहरीक ने क़ुरआन सिर पर उठाते हुए अल्लाह रब उलइज़त की जब्बारियत-ओ- क़ह्हारियत को ललकारते हुए कहा कि असादुद्दीन अकबरुद्दीन और मुमताज़ अहमद ख़ान जो इल्ज़ामात आइद कररहे हैं वो सब झूटे हैं और दुआ की के अगर इन इल्ज़ामात में ज़र्रा बराबर भी सदाक़त है तो अल्लाह उन्हें ( फ़र्हत ख़ान) को तबाह-ओ-ताराज करदे और अगर ये इल्ज़ामात बेबुनियाद हैं तो इन इल्ज़ामात के आइद करने वालों को अल्लाह नीस्त-ओ-नाबूद करदे।

मजीदुल्लाह ख़ान फ़र्हत ने सर पर क़ुरआन मजीद उठाते हुए कहा कि उन्होंने कभी किसी मुस्लिम दुश्मन ताक़त या मुस्लिम दुश्मन शख़्स से कोई मदद हासिल नहीं की जिस वक़्त फ़र्हत ख़ान ने क़ुरआन मजीद सर पर उठा लिया इस के साथ जलसे में मौजूद हज़ारों महबान तहरीक के अलावा अवाम ने आह-ओ-बका शुरू करदी उसी शोर-ओ-गुल के दरमयान मजीदुल्लाह ख़ान फ़र्हत ने सिर पर कलाम मजीद रख कर क़सम खाई और कहा कि उन पर दुश्मनाँ इस्लाम से मुफ़ाहमत के जो इल्ज़ामात आइद किए जा रहे हैं वो सब झूटे हैं किस्म के अलफ़ाज़ की अदायगी के दौरान मजीदुल्लाह ख़ान फ़र्हत फूट कर रो पड़े जिस के साथ ही मजमा भी ज़ार-ओ-क़तार रोने लगा।

उम्मीदवार मजलिस बचाव‌ तहरीक ने अपने ख़िताब के दौरान कहा कि दुनिया भर में ये इसराईली-ओ-यहूदी पालिसी वाज़िह होचुकी है कि जब कहीं जहां कहीं मज़लूम अवाम के लिए आवाज़ उठाई जाती है इस पर मज़लूमों की शनाख़्त-ओ-आवाज़ बन कर उभरने वालों को मज़लूम अवाम के दरमयान बदनाम करने की कोशिश की जाती है।

उन्होंने बताया कि आज जमात के नामलेवा क़ाइदीन इसी यहूदी पालिसी पर अमल पैरा और मज़लूम मुसलमानों की आवाज़ को उठने से रोकने की कोशिश में मसरूफ़ हैं।

फ़र्हत ख़ान ने जज़बात से गुलूगीर आवाज़ में कहा कि वो मासूम बच्चों के मुस्तक़बिल को बेहतर बनाने के अलावा मिल्लत-ए-इस्लामीया की पसमांदगी को दूर करने के लिए चुनाव में हिस्सा ले रहे हैं और उन पर मुफ़ाद परस्त क़ाइदीन भारतीय जनता पार्टी के एजैंट होने का इल्ज़ाम आइद कररहे हैं जबकि उनके मैदान चुनाव में आने का मक़सद फ़िर्क़ापरस्तों का सर कुचलना हैं।