वरन्गल। अल्लाह के पैगंबर हजरत मुहम्मद स.व. कि सुन्नतों पर अमल करना, आप स.व. कि आदतों को अपने अंदर पैदा करना, सखावत और दिलदारी से लोगों पर खर्च करना , कमजोरों और जरुरतमंदों के साथ नरमी का मामला करना, सादा ज़िंदगी गुजारना हज़रत सय्यद जलाल उद्दीन माशूक़ रब्बानी सानी बग़्दादी की आदत शरीफा थीं।
ये विचार कल रात गढ़ी जदीद , उर्स जागीर वरन्गल मैं जलसा अज़मत औलिया से बयान करते हुए मौलाना मुहम्मद साजिद हुसैन कादरी ने जाहिर कियें।
इस मौके पर उलमा ने बयान करते हुए अल्लाह के वलीयों की तालीमात पर अमल करने की तलक़ीन की। मौलाना मुहम्मद फ़ख़र उद्दीन मिस्बाही नागपुर, मौलाना ख़्वाजा जाफ़र आबीदीन,ने बयान किया। मौलाना सय्यद शाह हैदर हिलाल उद्दीन उर्फ़ नवेद बाबा ने सदारत की।