अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सलामती कौंसल ने अलक़ायदा से मरबूत इस्लाम पसंद ग्रुप के ख़िलाफ़ तहदीदात का हुक्म दिया है जो ज़्यादातर माली पर कंट्रोल हासिल कर लेने वाले अस्करीयत पसंदों के तईं सख़्त तर मौक़िफ़ की एक नई अलामत है। मग़रिबी अफ़्रीक़ा में वहदत और जिहाद की तहरीक को अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की अलक़ायदा ग्रुपों और ऐसे अफ़राद की फ़हरिस्त में शामिल कर दिया गया जिन के आलमी सतह पर असासा जात मुंजमिद हैं और जिनके लिए सफ़री इम्तिना लागू है।
इस्लामी मग़रिब में अलक़ायदा (अकीम) से अलैहदा होने वाले इस ग्रुप ने शुमाली माली के कंट्रोल के लिए तिवा रुक बाग़ीयों के साथ लड़ाई की, और अकीम के साथ कम अज़ कम 13 बैरूनी शहरीयों को यरग़माल बनाए रखा है। अकीम 2001 से तहदेदात की फ़हरिस्त में शामिल है।