अल-अक्सा मस्जिद के ईमाम का बयान, दो साल में करीब 100 लोगों ने इस्लाम को अपनाया

यरूशलम : पूर्वी यरूशलम स्थित अल-अक्सा मस्जिद के ईमाम एवं यरूशलम के प्रख्यात मुफ़्ती इकरिमा शेख साबरी ने कहा है कि अल-अक्सा मस्जिद में पिछले दो साल के दौरान 17 पश्चिमी देशों के 100 लोगों ने इस्लाम धर्म को अपनाया है। यहाँ जारी एक बयान में ईमाम इकरिमा शेख साबरी ने कहा कि इन पश्चिमी देशों के 97 नागरिकों ने इस्लाम स्वीकार करने की बात को अल-अक्सा मस्जिद में दोहराया।

इस्लाम का सिद्धान्त है कि इस्लाम कुबूल करने वाले को कलमा पढ़कर गवाही देनी होती है कि अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं है और मुहम्मद सल्ललाहु अलैहि वा सल्लम अल्लाह के पैगम्बर हैं। मुफ़्ती इकरिमा शेख साबरी के अनुसार इस्लाम धर्म को अपनाने वालों में अमेरिका, फ़्रांस, जर्मनी, ब्रिटैन एवं फ़िनलैंड के नागरिक शामिल थे।

उन्होंने कहा कि इस्लाम न्याय और सहिष्णुता का धर्म होने के साथ एक व्यापक धर्म है। कुरआन में इस्लाम अपनाने के लिए जोर जबरदस्ती को मना किया गया है। साबरी ने कुरआन का हवाला देते हुए कहा कि यह धर्म परिवर्तन अपनी मर्ज़ी से ही होना चाहिए, इसके लिए कोई दबाव नहीं डाला जाना चाहिए। प्रति वर्ष दुनिया भर से हजारों लोग प्रतिष्ठित अल-अक्सा मस्जिद पर आते हैं जो इजरायल के कब्जे वाले पूर्वी यरूशलम में स्थित है।