मिस्र की एक अदालत ने अल-जज़ीरा के तीन सहाफ़ीयों को मुजरिम क़रार देते हुए उन्हें 7 साल की सज़ाए क़ैद सुनाई। उन पर दहश्तगर्दी से मुताल्लिक़ इल्ज़ामात आइद किए गए थे। इंसानी हुक़ूक़ की तंज़ीमों ने उन की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ सख़्त एहतेजाज किया था।
ऑस्ट्रेलियाई नामा निगार पीटर ग्रीस्टे, कैनेडा के मिस्री नज़ाद शहरी क़ाहिरा में कारगुज़ार ब्यूरो चीफ़ मुहम्मद फ़हमी, मिस्री फ़िल्मसाज़ बहीर मुहम्मद को अलाहिदा इल्ज़ामात में मज़ीद 3 साल की सज़ाए क़ैद सुनाई गई।
फ़हमी ने मुल्ज़िमीन के कटहरे से सज़ा सुनने के बाद अपनी बंद मुट्ठीयाँ फ़िज़ा में लहराते हुए चलाकर कहा कि उन्हें इस का नतीजा भुगतना होगा।