सदर तेलुगु देशम चंद्रबाबू नायडू ने मुजव्वज़ा अवामी नुमाइंदगान (तरमीमी-ओ-तहरीमी )आर्डिनेंस को सरासर शर्मनाक क़रार देते हुए मर्कज़ पर ज़ोर दिया कि वो इस आर्डिनेंस को वापिस ले लें।
मर्कज़ी काबीना ने मुक़द्दमात का सामना करने वाले अरकान-ए-पार्लीमैंट और अरकान असेंबली को बचाने के लिए इस आर्डिनेंस को मंज़ूर किया है , ये शर्मनाक हरकत है।
कांग्रेस अपनी हरकत से बाज़ आए और आर्डिनेंस पर अमल आवरी को रोका जाये ।इस साल 10 जनवरी को हुई सुप्रीम कोर्ट ने चार्ज शीट रखने वाले अरकान-ए-पार्लीमैंट और अरकान असेंबली को एवान की रुकनीयत से फ़ौरी नाअहल क़रार देने का फ़ैसला सुनाया था। सुप्रीम कोर्ट ने अवामी नुमाइंदगान क़ानून के दफ़ा 8(4) को ग़ैर दस्तूरी क़रार देते हुए ख़त्म कर दिया था।