प्रसार भारती के नए सदर नशीन सूर्य प्रकाश की मीडिया से बात चीत
एसा मालूम होता है कि अवाम अब ख़ानगी टी वी चैनलों के प्रोग्रामों से भी बोर होगए हैं क्योंकि प्राइम टाइम के ज़ुमरे में जो प्रोग्राम्स पेश किए जा रहे हैं वो इंतेहाई हशक और बोर करदेने वाले हैं और ये सूरत-ए-हाल दूरदर्शन केलिए एक मौक़ा फ़राहम कर सकती है कि वो अपने नाज़रीन को दुबारा अपनी जानिब राग़िब करसके क्योंकि अगर दूरदर्शन ने ख़ुद को एक आला सतही चैनल के तौर पर एक बार फिर मनवा लिया तो ये नाज़रीन का ही फ़ायदा होगा।
प्रसार भारती सदर नशीन ए सूर्य प्रकाश ने अपने ख़्यालात का इज़हार करते हुए ये बात कही। 28 अक्तूबर को सूर्य प्रकाश को प्रसार भारती बोर्ड का सदर नशीन मुक़र्रर किया गया था, उन्होंने कहा कि दूरदर्शन का आर एस एस सरबराह मोहन भागवत का विजय दशमी के मौक़ा पर उन की तक़रीर नशर करना एक सही फैसला था जिस ने ख़बरों की दुनिया में खलबली मचा दी।
मुल्क की अवामी ब्रॉड कॉस्टर कंपनी के लिए अपने मंसूबों के बारे में बताते हुए सूर्य प्रकाश ने मीडिया को बताया कि बरसों क़ब्ल जब ख़ानगी चैनल्ज़ मंज़रे आम पर आए उस वक़्त करोड़ों लोगों ने डी डी न्यूज़ के मुस्तक़बिल पर शक-ओ-शुबहात का इज़हार किया था लेकिन आज सूरत-ए-हाल बिलकुल मुख़्तलिफ़ है।
अब गेंद हमारे मैदान में है। आज लोग ख़ानगी चैनलों से ऊब चुके हैं क्योंकि वहां पर तफ़रीह के नाम पर प्राइम टाइम ज़ुमरे में जो भी पेश किया जा रहा है वो अब अवाम की दिलचस्पी की वजह नहीं। न्यूज़ चैनल का इंतेख़ाब करने वाले सिर्फ़ खबरें सुनना पसंद करते हैं ना कि शोर-ओ-गुल।
उन्होंने दूरदर्शन के प्रोग्रामों में होने वाली कोताहियों और गलतियों का भी हवाला दिया जो अवामी ब्रॉड कॉस्टर के लिए यक़ीनन शर्मिंदगी का बाइस बनी लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि जो भी कोताहियां यह गलतियां हुईं वो ख़बरों को पेश करने (न्यूज़ चैनल) में नहीं हुईं जो यक़ीनन एक फ़ाल नेक है। दूरदर्शन अवामी इदारा है और इस पर अब मज़ीद नज़र रखी जाएगी।