अवाम का इख़्तयारात के इस्तिमाल और शऊर का मुज़ाहरा ज़रूरी

हैदराबाद 1फरवरी ( सियासत न्यूज़ ) अवाम जब तक अपने इख़्तयारात का इस्तिमाल करके शऊर का मुज़ाहरा नहीं करते उस वक़्त तक मुकम्मल जमहूरीयत का क़ियाम मुम्किन नहीं है । शहर रियासत मुल़्क की तरक़्क़ी में अवामी हिस्सा दारी केलिए ज़रूरी है कि एरिया सभा को कारकरद बनाते हुए उन्हें उन की एहमीयत से वाक़िफ़ करवाया जाय । इन ख़्यालात का इज़हार सिविल सोसाइटी आर्गेनाईज़ेशनस हैदराबाद के ज़ेर-ए-एहतिमाम समीनार से ख़िताब के दौरान मुख़्तलिफ़ अहम शख़्सियतों ने किया ।

साबिक़ चीफ़ इलैक्शन कमिशनर मिस्टर जय ऐम लनगडोह ने बहैसीयत मेहमान ख़ुसूसी शिरकत की । इन के इलावा जस्टिस ए लक्ष्मण राव साबिक़ चीफ़ जस्टिस आंधरा प्रदेश-ओ-इलाहाबाद हाइकोर्ट सरदार नानक सिंह नशतर के इलावा मस रेखा अबुल और जनाब मज़हर हुसैन और दीगरने ख़िताब किया ।मिस्टर लनगडोह ने बताया कि एरिया सभा और वार्ड मैंबरस के अरकान को मुतहर्रिक करके तरक़्क़ीयाती अमल में उन्हें शामिल करने में कामयाबी होने पर हम ये वसूक़ के साथ कह सकते हैं कि मुल़्क की हालत बदल सकती है । उन्हों ने बताया कि हक़ीक़ी जमहूरीयत फ़ैसलों में अवाम के शामिल होने पर ही मुम्किन है ।

मिस्टर लनगडोह ने बताया कि दस्तूर में दिए गए इख़्तयारात के इस्तिमाल से हमें हर सतह पर सवाल करने और माहौल को परागंदा होने बचाना चाहीए । जस्टिस लक्ष्मण रावने बताया कि इक़तिदार की तक़सीम के ज़रीया अवाम को फ़ैसलों में शामिल करने के इख़्तयारात हासिल हुए 20साल के बावजूद हालात में तबदीली नहीं आई है जिस की अहम वजह अवामी शऊर है ।

उन्हों ने बताया कि पिछड़े तबक़ात अगर इख़्तयारात का इस्तिमाल करने लगें तो हालात तबदील होसकते हैं । उन्होंने बताया कि इस वक़्त तक हालात को बेहतर बनाने के आसार नज़र नहीं आते अवाम कोई फ़ैसला ना करें । सदर कौवा सरदार नानक सिंह नशतर ने कहा कि ख़ामोशी नियम रजामंदी की अलामत है और अवाम की ख़ामोशी पर सियासतदां उन की रजामंदी तसव्वुर कररहे हैं ।

उन्हों ने अवाम से अपील की कि वो ख़ामोशी तोड़ कर अहले इक़तिदार को बताएं कि वो इख़्तयारात का इस्तिमाल करके मुल़्क की तरक़्क़ी में किरदार अदा करने तैय्यार हैं । मस रेखा अबुल ने बताया कि एरिया सभा और वार्ड कमेटी अरकान को हैरत अंगेज़ इख़्तयारात हासिल है।इजलास के बाद सिविल सोसाइटी के ज़िम्मा दारान ने प्रैस कलब बशीर बाग़ता सदर दफ़्तर बलदिया हैदराबाद रैली मुनज़्ज़म करते हुए मेयर के इलावा दीगर ओहदेदारों को एक याददाश्त हवाले की जिस में बुनियादी सतह पर हुक्मरानी को बेहतर बनाने वार्ड कमेटी एरिया सभा इजलास के पाबंदी से इनइक़ाद का मुतालिबा किया गया ।