अवाम देती है दगाबाजों को जवाब : नरेंद्र मोदी

पटना 7 जुलाई : जदयू के भाजपा से रिश्ता तोड़ने को गद्दारी करार दिए जाने पर गुजरात के वजीर ए आला और भाजपा इलेक्शन मुहीम कमेटी के सदर नरेंद्र मोदी ने भी अपनी मुहर लगा दी है। टेलीकांफ्रेंसिंग के जरिए बिहार के कर्कुनान सनीचर शाम मुखातिब हो उन्होंने कहा कि 1974 में गुजरात में भी इसी तरह कांग्रेस ने हुकूमत बनाई थी, जिसकी वजह अवाम में बहुत गुस्सा था। उसी गुस्से की वज़ह से बड़ा तहरीक खड़ा हुआ और फिर अवाम ने इसका बदला ले लिया। अवाम ही इसका जवाब देती है। साबिक़ नायब वजीर ए आला सुशील कुमार मोदी ने उनसे बात करते हुए कहा था कि जदयू ने भाजपा की पीठ में छुरा घोंपा है, उसके साथ धोखा किया है।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि सियासी पंडितों को गुजिस्ता असेंबली इलेक्शन इन्त्खाबात में बिहार भाजपा का स्ट्राइक रेट देखना चाहिए। 91 सीटें हासिल कीं। फिर से लोकसभा इन्तेखाबात में बिहार भाजपा ऐसा ही कर दिखाएगी। भाजपा के एहतेराम और वक़ार के लिए बिहार ने जो बलिदान दिया, उसका बहुत असर है। मुल्क में सबसे ज्यादा वोट भाजपा को बिहार में मिलेगा। सुशील कुमार मोदी का हुंकार रैली में आने का दावत कबूल करते हुए उन्होंने कहा कि मेरी तो इच्छा बिहार सदी तकरीब में आने की थी, मगर नहीं आ सका। मैं बिहार के गांव-गांव में जाना चाहता हूं। अल्लाह (भगवान) चाहा तो मेरी यह ख्वाहिस जरूर पूरी होगी।

शरू में बिहार और बिहार के भाजपा कर्कुनान को सलाम करते हुए नमो ने कर्कुनान से मिशन-2014 के मकसद को लेकर चलने कहा। उन्होंने कहा कि कामयाबी जरूर मिलेगी। बिहार का गुजरात से पुराना रिश्ता है। महात्मा गांधी ने गुजरात के होते हुए भी गुजरात की जगह अपना आंदोलन बिहार से आरंभ किया। जयप्रकाश नारायण ने भले ही अपना आंदोलन गुजरात से शुरू किया हो, लेकिन उन्हें असल कामयाबी तो बिहार में ही मिली।