अवाम पर टैक्सेस का ज़ाइद बोझ,जी ओ 88 मंसूख़ करने बी जे पी का मुतालिबा

हैदराबाद । 10 जनवरी ( सियासत न्यूज़ ) रियासती बी जे पी ने मिस्टर इन किरण कुमार रेड्डी की ज़ेर क़ियादत हुकूमत पर वसाइल आमदनी में इज़ाफ़ा करने अवाम पर टैक्सेस के ज़रीया ज़ाइद माली बोझ आइद कर के 55 हज़ार करोड़ रुपय एखटा करने की कोशिश का इल्ज़ाम आइद किया और हुकूमत की जानिब से माह मार्च 2011 में जारी करदा जी ओ नंबर 88 को फ़िलफ़ौर मंसूख़ करने का चीफ मिनिस्टर से मुतालिबा किया ।

बसूरतदीगर बी जे पी ने बड़े पैमाने पर एहतिजाज मुनज़्ज़म करने का सख़्त इंतिबाह दिया । आज यहां अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए मिस्टर बंडा रो दत्ता तरीय सेनएर क़ाइद बी जे पी-ओ-साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर ने ये बात कही और बताया कि रियासती हुकूमत अपने मुजव्वज़ा सालाना बजट तय्यारी के सिलसिला में मह्कमा जात नशा बन्दी-ओ-आबकारी ,

ट्रांसपोर्ट और रजिस्ट्रेशन एंड स्टैंपस-ओ-दीगर अहम मह्कमाजात से ज़ाइद आमदनी हासिल करने के लिये कोशां है और साथ ही साथ यही हुकूमत मज़कूरा जी ओ के ज़रीया बलदयात-ओ-बलदी कार्पोरेशंस और इदारा जात मुक़ामी के ज़रीया जायदाद टैक्स में मनमानी और अंधा धुंद इज़ाफ़ा कर के ज़ाइद माली वसाइल अखटा करने की हिदायत दे रही है जो कि इंतिहाई गैर अख़लाक़ी-ओ-गैर जमहूरी इक़दाम है ।

लिहाज़ा रियासती बी जे पी हुकूमत के इन मुख़ालिफ़ अवाम इक़दामात की ना सिर्फ पर ज़ोर मुख़ालिफ़त करेगी बल्कि सख़्त एहतिजाज शुरू करने से भी गुरेज़ नहीं करेगी । उन्हों ने कहा कि रियासती हुकूमत के जी ओ नंबर 88 की आड़ में ग्रेटर हैदराबाद म़्यूनिसिपल कारपोरेशन कमिशनर ने जायदाद टैक्सेस में चारता पाँच गुना इज़ाफ़ा कर के 700 करोड़ रुपय ज़ाइद आमदनी हासिल की है जिस से अवाम में सख़्त नाराजगी और मायूसी पाई जा रही है ।

मिस्टर दत्ता तरीय ने फ़ै नानिस कमीशन से अवाम को बुनियादी सहूलतों की फ़राहमी के लिये फ़ंडज़ हासिल कर के इन रक़ूमात को दीगर मक़ासिद के लिये ख़र्च करने का रियासती हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया और कहा कि हुकूमत ने 664.23 करोड़ रुपय 13 वीं फ़ैनानिस कमीशन से हासिल कर के भी अवाम को बुनियादी सहूलतें फ़राहम करने से क़ासिर है ।

क़ाइद बी जे पी ने रियासती हुकूमत और बलदयात-ओ-बलदी कार्पोरेशंस को मश्वरा दिया कि वो जायदाद टैक्स में इज़ाफ़ा करने के बजाय टैक्स नट वर्क को वुसअत देने के लिये मूसिर-ओ-मुसबत इक़दामात करें ताकि फ़िलवक़्त जो जायदादें टैक्स नट वर्क में शामिल नहीं हैं वो जायदादें टैक्स नट वर्क में आने के बाइस टैक्स में इज़ाफ़ा के मुक़ाबला में ज़ाइद रक़ूमात हासिल हो सकें गी ।