अवाम से किए गए वादों को तकमील का दावा

कोलकता

चीफ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल ममता बनर्जी जिन की हुकूमत ने 4 साल मुकम्मल कर लिए हैं कहा है कि मआशी बोहरान और दीगर रुकावटों के बावजूद उनकी हुकूमत ने अवाम से किए गए वादों की तकमील के लिये मुम्किना कोशिश की है।

उन्होंने फेसबुक में कहा कि पेशरू हुकूमत ने विरसा में ज़बरदस्त कर्ज़ों का बोझ छोड़ा था। कई रुकावटों और मआशी वसाइल की क़िल्लत के बावजूद हम ने बंगाली अवाम से किए गए वादों की तकमील के लिये हर मुम्किना कोशिश की है।

ममता बनर्जी ने बताया कि गुज़िशता 4 साल के दौरान बंगाल की मुतअद्दिद स्कीमात और प्रोग्राम्स और हमारी कारकर्दगी को आलमी बैंक और अक़वाम-ए-मुत्तहिदा , यूनीसैफ़ DFID जैसे बेन अल-अक़वामी इदारों ने तस्लीम किया है और कई स्कीमात को क़ौमी सतह पर भी सताइश की गई।

और दीगर रियासतों को एक मॉडल की हैसियत से इख़तियार करने का मश्वरा दिया गया। उन्होंने कहा कि हम माँ , मिट्टी , मनिश ( माँ , ज़मीन और अवाम ) और बंगाली अवाम की शुक्र गुज़ार हैं जिन्होंने ख़िदमत का मौक़ा दिया। इस मौक़े पर चीफ मिनिस्टर ने मग़रिबी बंगाल के अवाम को मुबारकबाद पेश की।