असद मुज़ाकरात से इक़्तेदार छोड़ें या ताक़त इस्तेमाल की जाए?

सऊदी वज़ीरे ख़ारजा आदिल अल जुबेर ने कहा है कि रियाज़ कान्फ़्रैंस में तय पाने वाले मुतवक़्क़े उसूल किसी नाफ़िज़ा ताक़त के बग़ैर मोअस्सर नहीं होंगे। उनका कहना था कि कान्फ़्रैंस का मक़सद शामी अपोज़ीशन को एक मुत्तहदा मौक़िफ़ के गिर्द जमा करना है ताकि बाअज़ ममालिक हिज़्बे इख़्तेलाफ़ की सफ़ों में इंतिशार ना पैदा कर सकें।

ख़लीजी मुल्कों के सरब्राही इजलास के बाद न्यूज़ कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए आदिल अल जुबेर ने वाज़ेह किया कि बशारुल असद के पास दो रास्ते हैं। पहला रास्ता मुज़ाकरात के ज़रीए इक़्तेदार से सुबूकदोशी और दूसरा रास्ता ताक़त के ज़ोर पर इक़्तेदार से अलाहिदगी का है।