शामी अरकान और मग़रिब की ताईद वाली अपोज़ीशन ने हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया है कि बागियों के क़ब्ज़ा वाले मुस्तक़र में क्लोरीन गैस हमला किया गया जिस में कमो बेश छः अफ़राद हलाक हो गए जबकि दर्जनों अफ़राद ऐसे हैं जिन में बच्चे भी शामिल हैं, को सांस लेने में ज़बरदस्त मुश्किलात का सामना है।
ज़हरीली गैस जो शुमाल मग़रिबी अदलीब सूबा के मुस्तक़र सरमेन में छोड़ी गई और ये अक़वामे मुत्तहिदा की सलामती कौंसिल की जानिब से अमरीका की तैयार कर्दा क़रारदाद को जारीया माह मंज़ूर करने के बाद अपनी नोईयत का पहला वाक़िया है जिस में वाज़ेह तौर पर शाम में क्लोरीन जैसे ज़हरीली कीमीयाई माद्दे के इस्तेमाल पर मुज़म्मत की गई थी।
मुस्तक़बिल करीब में भी अगर यही सिलसिला जारी रहा और ख़िलाफ़वर्ज़ी होती रही तो उस के ख़िलाफ़ फ़ौजी कार्रवाई भी की जा सकती है ताहम इस के लिए सलामती कौंसिल की रजामंदी हासिल करना ज़रूरी है जो शाम की जंग पर अब दो हिस्सों में मुनक़सिम हो गई है।
अमरीका और इस के हलीफ़ अपोज़ीशन की ताईद करते हैं जबकि रूस सदर शाम बशारुल असद का हामी है जिस के इज़हार के लिए रूस ने कई बार अपने वीटो का भी इस्तेमाल किया है। सरमेन अदलीब सिटी से तकरीबन आठ कीलोमीटर के फ़ासिला पर वाक़े है जिस पर पीर के रोज़ हमला किया गया।
कोलीशन तर्जुमान सालिम अल मसलीत ने एक ब्यान जारी करते हुए कहा कि जब तक सलामती कौंसिल उसे किसी कार्रवाई करने वाले को जवाबदेह नहीं बनाती, हम बेवक़ूफ़ों की जन्नत में रहते हैं कि अगर हम ये एतेमाद करें कि शाम में असद मासूम और बेक़सूर अफ़राद को क्लोरीन गैस का निशाना नहीं बनाएंगे।