असम्बली इजलास में आज अलहदा तेलंगाना की ताईद में क़रारदाद मंज़ूर करने का मुतालिबा

हैदराबाद 1 दिसम्बर ( सियासत न्यूज़) सदर तेलंगाना पोलीटिक्ल जवाइंट एक्शन कमेटी प्रोफेसर कोदंडराम ने अवाम से अपील की कि कल यक्म डिसमबर को तेलंगाना के तमाम अज़ला में गाँव की सतह पर रिया लियां मुनज़्ज़म करें और हुकूमत से मुतालिबा किया जाय कि असम्बली के सरमाई इजलास में अलहदा तेलंगाना की ताईद में क़रारदाद मंज़ूर की जाय ।

अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए सदर नशीन जे ए सी ने कहा कि यक्म डिसमबर से असम्बली का सरमाई इजलास शुरू होरहा है और इस इजलास में तेलंगाना की गूंज सुनाई देनी चाहीए । तेलंगाना के हर गाँव में अवाम हुकूमत के ख़िलाफ़ रयालयों का एहतिमाम करेंगे और क़रारदाद मंज़ूर करते हुए हुकूमत से मांग की जाएगी वो उत्तरप्रदेश की तरह आंधरा प्रदेश असम्बली में भी तेलंगाना के हक़ में क़रारदाद मंज़ूर करे । उन्हों ने कहा कि किरण कुमार रेड्डी हुकूमत को मायावती से सबक़ लेना चाहीए जिन्हों ने अवामी जज़बात का एहतिराम करते हुए म्यू पी को चार रियासतों में तक़सीम करने का मश्वरा दिया है ।

प्रोफेसर कोदंड राम ने कांग्रेस और तेलगुदेशम के अरकान असम्बली से मुतालिबा किया कि वो भी तेलंगाना के हक़ में क़रारदाद की मंज़ूरी केलिए हुकूमत पर दबाव डालें । उन्हों ने कहा कि सिर्फ टी आर इस के एहतिजाज से मसला की यकसूई मुम्किन नहीं । तेलंगाना तहरीक से वाबस्ता तमाम जमातों के अरकान असम्बली को चाहीए कि वो एक आवाज़ होकर असम्बली में अपना मुतालिबा पेश करें ।

हुकूमत पर ये वाज़िह किया जाय कि तेलंगाना के 4 करोड़ अवाम अलहदा रियासत के इलावा किसी बात पर समझौता नहीं करेंगे । को दंड इराम ने वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम के इस बयान पर तन्क़ीद की जिस में उन्हों ने कहा कि डिसमबर में तेलंगाना मसला पर कुल जमाती इजलास तलब किया जाएगा और रियासत की चार सयासी जमातों ने अभी तक अपनी राय नहीं दी है ।

को दंड इराम ने कहा कि दरअसल चिदम़्बरम इस बात की कोशिश कररहे हैं कि किसी तरह तेलंगाना मसला को टाल दिया जाय । कांग्रेस हाईकमान पहले ही वाज़िह करचुका है कि तेलंगाना मसला पर मुशावरत मुकम्मल होगई फिर कुल जमाती इजलास की ज़रूरत किया है । उन्हों ने इल्ज़ाम आइद किया कि मर्कज़ी हुकूमत तेलंगाना अवाम को फिर एक बार धोका देने की कोशिश कररही है ।

ज़रूरत इस बात की है कि मर्कज़ पार्ल्यमंट के जारीया सेशन में ही तेलंगाना के हक़ में बिल पेश करे और अलहदा रियासत की तशकील का अमल शुरू कर दिया जाय । अवाम सिर्फ यही चाहते हैं कि 9 डिसमबर 2009-को चिदम़्बरम ने जो वाअदा किया था इस पर अमल किया जाय । उन्हों ने धमकी दी कि अगर मर्कज़ी हुकूमत इसी तरह की पॉलीसी इख़तियार करेगी तो जय ए सी का इजलासतलब करते हुए अजी टेशन में शिद्दत पैदा करदी जाएगी और सूरत-ए-हाल बिगड़ने केलिए हुकूमत ज़िम्मेदार होगी ।