असम में फिर्कावाराना तशद्दुद में मारे गए लोगों के रिश्तेदारों ने लाशों का आखिरी रसूमात अदा करने से इनकार कर दिया है। उनकी मांग है कि जब तक रियासत के वज़ीर ए आला तरूण गोगोई उनसे मिलने नहीं आएंगे, तब तक वे आखिरी रसूमात नहीं करेंगे।
नानकेखद्रबाडी इलाके में एहतिजाजियों ने आज कहा कि जब तक गोगोई नहीं आते हैं और ज़ाती तौर पर हमारे जानमाल की सेक्युरिटी का यकीन नही देते हैं तब तक हम 18 लोगों का आखिरी रसूमात नहीं करेंगे। इन लाशों में बच्चे और ख्वातीन भी शामिल हैं। मुकामी लोगों ने बताया कि क्या हमारी ज़िंदगी की कोई कीमत नहीं है। हम लोग सिर्फ सेक्युरिटी और मुस्तकबिल में हमला और कत्ल नहीं हो इसकी मांग कर रहे हैं। उन्होंने इल्ज़ाम लगाया कि ज़िला इंतेज़ामिया तशद्दुद से मुतास्सिर लोगों को सेक्युरिटी और तहफ्फुज़ देने के बजाय जनाजा नहीं निकालने पर अब गिरफ्तार करने की धमकी दे रही है।
वज़ीर ए आला के इस इलाके में आने को लेकर सरकारी ज़राए से अभी तक कोई इत्तेला नहीं मिली है। जुमे की रात में भारी हथियारों से लैस एनडीएफबी-एस के अस्करियत पसंद लोगो ने 18 लोगों का कत्ल कर दिया और 100 से ज़्यादा घरों में आग लगा दी। बीटीएडी के बक्सा और कोकराझार जिले में अक्लियती तब्के के खिलाफ अक्सरियत पसंद तंज़ीम की तरफ से किये गये हमलों में 32 लोग मारे गये हैं, कई ज़ख्मी हुए हैं और हजारों लोग बेघर हो गये हैं।