‘असम में फिर से शुरू हो गया है गुप्त हत्या का दौर’

असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोर्इ ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार बांग्लादेशियाें को लाकर जाति-माटि-भेटि की रक्षा करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की रीढ़ की हड्डी है ही नहीं। साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाया है कि  कानून व्यवस्था को बनाए रखने में सरकार पूरी तरह विफल साबित हुर्इ है। बता दें कि गुरूवार को आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस पूर्व मुख्यमंत्री ने कर्इ मुद्दों को उठाते हुए सरकार को घेरा है।

उन्होंने कहा है कि पीसीजी सदस्य रेवती फूकन लापता हो गए है। गृह विभाग के पास उनकी कोर्इ सूचना नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लापता होने के इतने दिनों बाद भी सरकार यह पता नहीं लगा पार्इ है कि आखिर फूकन है भी या नहीं। इसके साथ ही गोगोर्इ ने यह आशंका व्यक्त की है कि असम में फिर से गुप्त हत्या का दाैर शुरू हो गया है। रेवती फूकन के लापता होने के पीछे कुछ इस तरह के ही संकेत मिल रहे हैं।

 

उन्होंने कहा कि काजीरंगा आैर रंगघर की सुरक्षा देने में सरकार फिसड्डी साबित हुर्इ है। निजी कंपनी हाथों सौंप कर सरकार इन एेतिहासिक स्थलों को बर्बाद करना चाहती है। इसके साथ ही सरकार को अाड़े हाथों लेते हुए गोगोर्इ ने कहा कि सोनोवाल सरकार के पास नमामि का आयोजन करने, पर्यटन के प्रचार के बहाने प्रियंका चोपड़ा को लाकर धन बर्बाद करने के लिए रुपयों की कमी नहीं है लेकिन एेतिहासिक स्थलों की सुरक्षा के लिए धन की कमी है। इस कारण सरकार इनकी सुरक्षा का जिम्मा निजी कुंपनियों को सौपना चाहती है।