असम से सबक ले मायावती ,ओवैसी ही BSP को सत्ता दिला सकते है

असम के चुनाव नतीजों से कुछ बातें बिलकुल स्पष्ट हो चुकी है भाजपा एक ताकत के तरह अभी भी उन राज्यों में उभर रही जहाँ पे सालो से वो सत्ता से दूर है इस तरह भाजपा को चुनौती सिर्फ़ तभी दिया जा सकता है जब मुस्लिम वोट एकमुश्त होके किसी गठबंधन के साथ जाए .

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यूपी के जो ज़मीनी हालात है उसमे ये बिलकुल साफ़ है यहाँ भाजपा काफी समय से सत्ता से दूर है इसलियें भाजपा के पीछे सवर्ण पूरी तरह लामबंध है जो किसी और पार्टी में नही सिर्फ़ और सिर्फ़ भाजपा को वोट देगा ,यूपी में समाजवादी पार्टी अभी भी चुनौती देने की हैसियत में है ऐसा इसलियें है क्युकी यादव मतदाता अभी भी सपा पर भरोसा कर रहा है और लोकसभा चुनाव के बाद वापस सपा में आ चुका है इस जाति की यूपी में 9.5 फ़ीसद आबादी है इसके अलावा सपा पर मुस्लिम की पकड कमज़ोर तो हुई है मगर राजनीति के जानकारों का मानना है कि मुस्लिम मतदाताओ के एक तिहाई हिस्से पर सपा अभी भी पकड़ बनाये हुयें है इस प्रकार सपा त्रिशंकु मुकाबले में ठीक ठाक प्रदर्शन कर सकती है

अगर मायावती की बात की जाये तो वैसे तो बसपा दलित की पार्टी है लेकिन पार्टी की जाटव मतदाताओ पर मजबूत पकड़ है तमाम सपा सरकार की नाकामयाबी के बावुजूद मुस्लिम मतदाता में बसपा की लोकप्रियता एक हद तक ही बड पायी ,यदि बसपा अकेले चुनाव लड़ती है तो बसपा बहुमत से काफी दूर रहेगी .

यूपी चुनाव में ओवैसी फैक्टर भी प्रभावी रहने वाला है इस लियें राजनैतिक विश्लेषक ओवैसी के प्रदर्शन पर भी निगाह बनाये है मुस्लिम यूथ में ओवैसी का ज़बरदस्त क्रेज़ है मगर ओवैसी पार्टी के संघठन ना होने की कमी से जूझ रहे है ,हैदराबाद के सांसद असद्द्दीन ओवैसी बसपा सुप्रीमो मायावती को गठबंधन की पेशकश कर चुके है मगर मायावती ने अभी तक ओवैसी से दुरी बना रखी है ,मायावती के पास दलित वोटर है और ओवैसी के पास मुस्लिम को जोड़ने की कुवत यदि मायावती ओवैसी से राजनितिक गठबंधन बना लेती है तो बसपा -मीम अकेले अपने दम पे बहुमत पा सकता है उस हालात में सपा और कांग्रेस को मुस्लिम बिलकुल भी तवज्जो नही देंगे.

भाजपा से सीधी लड़ाई में बसपा और मीम को जीत मिलने की संभावना होगी .सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर ओवैसी बसपा से बहुत ज्यादा सीट भी नही मांग रहे है बसपा से ओवैसी 20 से 30 सीट चाहते है .

यदि मायावती गठबंधन नही करती है तो जैसा हाल कांग्रेस का असम में हुआ है वैसा हाल बसपा का यूपी में हो सकता है

आर्टिकल सिआसत हिन्दी के लियें इमरोज़ खान द्वारा लिखा गया है