असम NRC लिस्ट पर राहुल गांधी ने उठाए सवाल, बताया नाइंसाफी!

असम में सोमवार को जारी हुए एनआरसी के अंतिम ड्राफ्ट में 40 लाख लोगों को शामिल नहीं किए जाने पर कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्‍होंने सोमवार को अपने फेसबुक पेज पर पोस्‍ट डालते हुए लिखा है कि बीजेपी ने असम के लोगों के साथ नाइंसाफी की है।

उन्‍होंने असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इस संकट के समाधान के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए।

इसके साथ ही कांग्रेस अध्‍यक्ष ने पार्टी सदस्यों का आह्वान किया कि वे राज्य में शांति बनाए रखने में मदद करें और एनआरसी के संदर्भ में जिन लोगों के खिलाफ नाइंसाफी की गई है उनकी मदद करें। उन्‍होंने कहा कि चाहे उनका किसी भी धर्म, जाति, लिंग, भाषायी समूह या राजनीतिक जुड़ाव हो, उनकी मदद की जाए।

राहुल गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि संप्रग सरकार और मनमोहन सिंह जी के तहत एनआरसी की शुरुआत की गई थी ताकि 1985 के असम समझौते में किए गए वादे को पूरा किया जा सके।

बहरहाल, केंद्र और असम की बीजेपी सरकारों ने जिस तरह से इस काम को अंजाम दिया वो आशा के अनुरूप नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि असम के सभी कोनों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि भारतीय नागरिकों को एनआरसी के मसौदे में अपना नाम नहीं मिल रहा है जिससे राज्य में भारी असुरक्षा का भाव है’ उन्होंने कहा कि 1200 करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद यह पूरी प्रक्रिया सुस्त रही। सरकार को इस संकट के समाधान के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।