झाविमो सरबराह शरीक साबिक़ वजीरे आला बाबूलाल मरांडी ने गोड्डा में प्रेस कांफ्रेंस कर वज़ीर जयप्रकाश भाई पटेल के रिहाइशगाह से उनके बॉडीगार्ड के असलाह गायब होने की वाकिया को अफसोशनाक बताया।
उन्होंने कहा रिहाइशगाह में सो रहे बॉडीगार्ड के जदीद असलाह किस मकसद से गायब किये गये, यह तफ़सीश का मौजू है। वज़ीर की हिफाजत में लगे जवान नवनीत कुमार तिवारी की कबुल किए बयान और उसकी निशानदेही पर तमाम हथियारों का पकड़ा जाना, वज़ीर को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। नवनीत ने पुलिस को बताया कि वह छह लाख कर्ज चुकाने के लिए ऐसा काम वज़ीर जी के कहने पर किया। यह बड़ा मामला है। सेक्यूरिटी गार्ड से पैसा वसूलने के लिये रिहाइशगाह पर सोये बॉडीगार्ड के खाने में नशा मिला कर हथियार को गायब किया गया।
मिस्टर मरांडी ने कहा वज़ीर ही मामले के अहम मुजरिम हैं। वज़ीर को बरखास्त कर गिरफ्तार किया जाये और सीबीआइ से जांच होनी चाहिए। अहम तौर से इस बात की जांच होनी चाहिए कि आखिर मुसलसल असलाह की चोरी किस वजह से हो रही है। वज़ीर ही चोरी करवाये, तो आवाम कैसे महफूज रह सकती है। रियासत में मुसलसल अखबारों में क़ायेदीनों के उग्रवादियों से ताल्लुक की खबरें आती हैं। कहीं ऐसा तो नहीं कि वज़ीर का ताल्लुक उग्रवादियों से हो।