मसनुआत के वज़ीर जयप्रकाश भाई पटेल के बॉडीगॉर्ड के असलाहों की चोरी का मामला अदालत पहुंच गया है। मामले को लेकर रांची के राजू कुमार ने अवामी मुफाद दरख्वास्त दायर की है। दरख्वास्त के साथ अखबारों में शाए खबरों की कॉपी भी लगायी गयी हैं।
क्या है दरख्वास्त में
दरख्वास्त में कहा गया है कि जिस तरह के असलाह चोरी किये गये थे, उनका इस्तेमाल दहशतगर्दी सरगरमियों में किया जाता रहा है। यह मुल्क की सेक्युरिटी से मुंसलिक मामला है। यह पूरा मामला सरकार के एक कैबिनेट वज़ीर से जुड़ा है। दरख्वास्त में इल्ज़ाम लगाया गया है कि पुलिस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रही है। इसलिए मामले की जांच नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) से करायी जाये। दरख्वास्त में फरीक़ ने चीफ़ सेक्रेटरी, दाख्ला सेक्रेटरी, एनआइए और दीगर को प्रतिवादी बनाया है। दरख्वास्त गुज़ार की तरफ से वकील राजीव कुमार ने बताया : हाइकोर्ट से मामले में खुद संज्ञान लेने का भी दरख्वास्त किया गया है।
नवनीत से फिर पूछताछ
असलाह चोरी के मामले में रिमांड पर लिये गये स्पेशल ब्रांच के सिपाही और वज़ीर जयप्रकाश भाई पटेल के बॉडीगॉर्ड से हजारीबाग पुलिस ने बुध को दिन भर पूछताछ की। पुलिस ने नवनीत को मंगल को तीन दिन के रिमांड पर लिया था। बताया जाता है कि 15 या 16 दिसंबर को नार्को टेस्ट के लिए पुलिस नवनीत को अहमदाबाद ले जा सकती है। पुलिस अहमदाबाद वाकेय फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी से इत्तिला आने का इंतजार कर रही है। एसपी मनोज कौशिक ने बताया : रिमांड पर लिये जाने के बाद से नवनीत तिवारी से पूछताछ जारी है। उसकी तरफ से दी जा रही इत्तिलाअत पर तहक़ीक़ात किया जा रहा है। अहमदाबाद से इत्तिला आने के बाद उसे वहां नार्को टेस्ट के लिए भेजा जायेगा।