अदाकार-फ़िल्मसाज़ फ़रहान अख्तर भी सुपरस्टार आमिर खान और शाह रुख़ खान की हिमायत में आ गए हैं. उन्होंने दोनों सुपर स्टार्स के इनटॉलेरेंस कमेंट के बारे में कहा कि लोगों को हर बात में साज़िश नहीं नज़र आनी चाहिए.
“आपके पास लोग हैं जो अपना विचार बयाँ कर रहे हैं , अगर आपको लगता है कि वो ग़लत हैं तो आप उन्हें सही कर सकते हैं लेकिन इसका एक तरीक़ा है और वो भी एक एहतराम के साथ. आप किसी के सोचने के तरीक़े को हर वक़्त एक साज़िश का नाम नहीं दे सकते “ पीटीआई को फ़रहान ने बताया. “मुझे लगता है जो लोग खुले मन से अपनी बात रखते हैं उनके ऊपर ये सख्त़ है. आपको उनसे बात करनी चाहिए कि वो ऐसा क्यूँ सोचते हैं और वो ऐसा क्यूँ कह रहे हैं. अगर वो ग़लत हैं तो आप उन्हें सही कर सकते हैं पर वो पूरे एहतराम में होना चाहिए.”
फ़रहान जो दोनों ही अदाकारों के साथ काम कर चुके हैं ने कहा कि बोलने की आज़ादी होनी ही चाहिए. “मुझे लगता है हम एक ऐसी जम्हूरियत में रहते हैं जहां दोब्ने की आज़ादी है. मुझे लगता है लोगों को वो कहने का हक़ है जो उन्हें महसूस होता है. ये बहुत ज़रूरी है कि इंसान वो कहे जो वो कहना चाहता है. अगर आप उनसे सहमत नहीं हैं तो आपके पास उनसे असहमत होने का हक़ है, ये भी हक़ है. आपको बात करनी पड़ेगी और जम्हूरियत को काम करना होगा”
You must be logged in to post a comment.