असातिज़ा के तक़र्रुत में ताख़ीर का एतराफ़: वज़ीर(मंत्री) सानवी तालीम

हैदराबाद। 31अक्टूबर, रियास्ती वज़ीर (मंत्री) सानवी तालीम मिस्टर के पार्था सारथी ने कहा कि बाअज़(चंद) नागुज़ीर वजूहात की बिना डी एससी 2012 के तहत मुंतख़ब(चुने हुए) उम्मीदवारों के तक़र्रुर अमल में नहीं लाए जा सके हैं।
ताहम उन्होंने इस तवक़्क़ो(भारोसा) का इज़हार किया कि माहिने नवंबर के इख़तताम(अखरी) तक तमाम मुंख़बा उम्मीदवार (असातिज़ा ) डी एससी 2012-ए-के तक़र्रुर के अहकामात जारी कर दिए जाऐंगे।

अख़बारी नुमाइंदों से सेकरेटरिएट‌ में बातचीत के दौरान डीएससी 2012 के मुंतख़ब उम्मीदवारों के तक़र्रुर का अमल मुकम्मल ना होने से मुताल्लिक़(के बारे में) पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए वज़ीर सानवी तालीम ने इस बात का एतराफ़ किया कि मुक़र्ररा मुद्दत में तक़र्रुर का अमल मुकम्मल नहीं हो सका।

क्योंकि कई उम्मीदवारों ने अपने सदाक़त नामों की तफ़सीलात पेश नहीं की थी, जिस पर मुंतख़ब उम्मीदवारों से दुबारा तालीमी सदाक़त नामों की तफ़सीलात हासिल की गईं जिस के बाइस उन मुंख़बा डी एससी 2012 के उम्मीदवारों के अहकामात तक़र्रुर जारी नहीं किए जा सके।