असातिज़ा को सैलरी नहीं तो वज़ीर से बाबू तक का तंख्वाह बंद

25 हजार से ज़्यादा असातिज़ा को तंख्वाह नहीं मिलने को हुकूमत ने संजीदगी से लिया है। तालीम वज़ीर पीके शाही ने 30 जून तक तमाम असातिज़ा को तंख्वाह अदायगी करने का हुक्म दिया है।

अगर तंख्वाह की अदायगी नहीं होता है, तो वज़ीर से लेकर ब्लॉक तक के अफसरों व मुलाज़िमीन के तंख्वाह बंद कर दिये जायेंगे। तालीम वज़ीर ने जुमा को महकमा के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी , बिहार तालीम मंसूबा के डाइरेक्टर , मिडिल और प्राइमरी तालीम के डाइरेक्टर को खत लिख कर ये हुक्म दिया।

अपने हुक्म में तालीम वज़ीर ने लिखा है कि तालीम महकमा के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी और रियासत के मंसूबा डाइरेक्टर की तरफ से मुसलसल की जा रही मॉनीटरिंग के बाद भी असातिज़ा की तंख्वाह अदायगी नहीं हो पा रहा है। ऐसी सूरत में तालीम महकमा के वज़ीर होने के नाते इस नाकामयाबी की जिम्मेदारी मैं खुद लेता हूं। गुजिशता कई महीनों से मुङो यह शिकायत मिल रही है कि मिडिल और प्राइमरी स्कूलों के असातिज़ा के तंख्वाह अदायगी महीनों से तौविल हैं। अहम तौर से प्राइमरी स्कूलों में नए बहाली असातिज़ा और मिडिल स्कूलों में भी यही हालत देखने को मिल रही है।

इसकी शिकायत असातिज़ा के अलावा अवामी नुमाइंदों ने कई बार की है। इस पर प्रिन्सिपल सेक्रेटरी के जरिये कई बार तंख्वाह अदायगी में तेजी लाने का हुक्म भी जारी किया गया, लेकिन असातिज़ा का तंख्वाह अदायगी वक़्त पर नहीं हो पा रहा है।