असाम सरकार हिंसा रोकने में नाकाम, जमाते इस्लामी का आरोप

सरकार असम राज्य में एक महीने से जारी हिंसा को पूरी तरह से रोकने में नाकाम रही है. यह बहुत ही दुखद हालात है. क्योंकि हिंसा में मरने वालों की तादाद में दिन ब्राउज़ वृद्धि होती जा रही है .

जमाते इस्लामी मासिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि असाम में जारी हिंसा को पूरी तरह से रोकने में राज्य सरकार नाकाम रही है जो बहुत दुखद बात है. पार्टी के अमीर जलालुद्दीन उम्र ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इस खतरनाक स्थिति हाल जहां एक ओर असाम के भाषाई अल्पसंख्यकों विशेषतः मुसलमानों में असुरक्षा का भाव बढ़ता जा रहा है,वहीं दूसरी ओर सांप्रदायिक तत्वों और नफरत के आधार पर राजनीतिक लाभ हासिल करने वाली राजनैतिक पार्टियां देश में भय और हर उस और नफरत फैला रहे हैं.

उन्होंने ने कहा कि यह राजनीतिक दल असम के मुसलमानों के बांग्लादेशी या विदेशी होने का झूठा प्रचार खुलेआम कर रहे हैं. इस संबंध में समाज विरोधी और सांप्रदायिक तत्वों ने सोशल म्मीदया साइटों का दुरुपयोग करके बेंगलूर आदि शहरों में भय वहरास और असुरक्षा का एहसास करने में सफलता हासिल कर ली जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए करोड़ों लोग गलत फहमियों का शिकार हुए.