हैदराबाद 29 अक्टूबर (सियासत न्यूज़ ) तेलंगाना राष़्ट्रा समीती के सरबराह के चंद्रा शेखर राव ने तेलगुदेशम सरबराह चंद्रा बाबू नायडू की जानिब से उन पर आइद करदा इल्ज़ामात को मुस्तर्द करदिया । उन्हों ने कहा कि बेनामी असासा जात बद उनवानियों और अस्क़ामस में मलव्विस चंद्रा बाबू नायडू उन पर अंगुश्तनुमाई कररहे हैं ।
आज प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए चंद्रा शेखर राव ने चंद्रा बाबू नायडू के इल्ज़ामात का जवाब दिया और उन से मुतालिबा किया कि वो ग़ैर मशरूत तौर पर माज़रत ख़्वाही करें वर्ना उन के ख़िलाफ़ हतक-ए-इज़्ज़त का मुक़द्दमा दायर किया जाएगा । के सी आर ने असासा जात के मसला पर चंद्रा बाबू नायडू को खुले आम मुबाहिस का चैलेंज किया और कहा कि वो जुबली हाल में चंद्रा बाबू नायडू से मुबाहिस केलिए तैय्यार हैं।
बेनामी असासा जात और तेलंगाना तहरीक के नाम पर रक़ूमात की वसूली के इल्ज़ामात को मुस्तर्द करते हुए चंद्रा शेखर राव ने कहा कि चंद्रा बाबू नायडू की तारीख़ से अवाम अच्छी तरह वाक़िफ़ हैं और उन का नाम एतिमाद शिकन और अस्क़ामस में मलव्विस अफ़राद में होता है । उन्हों ने कहा कि अगर चंद्रा बाबू नायडू इल्ज़ामात में संजीदा हैं तो उन्हें खुले मुबाहिस के चैलेंज को क़बूल करना चाहीए । के सी आर ने बताया कि इन के असासा जात में 24 एकड़ ज़रई अराज़ी और हैदराबाद और करीमनगर मैं 2 मकानात के इलावा कुछ नहीं है ।
चंद्रा बाबू नायडू सिर्फ़ क़ियास अराइयों की बुनियाद पर इल्ज़ामात आइद कररहे हैं । मुझे चंद्रा बाबू नायडू की तरह बेनामी असासा जात की ज़रूरत नहीं है । उन्हों ने बताया कि तेलंगाना की मुख़ालिफ़त में सीमा आंधरा मीडीया की जानिब से पेश की जा रही ख़बरों का जवाब देने केलिए उन्हों ने नमस्ते तेलंगाना अख़बार और तेलंगाना न्यूज़ चिया नल के आग़ाज़ का फ़ैसला किया था ।
इस सिलसिला में बाअज़ अफ़राद से क़र्ज़ हासिल किया गया और बाअज़ को सरमाया कारी की दावत दी गई । उन्हों ने बताया कि सरमाया कारी करने वाले अफ़राद के दूसरे कारोबार से उन्हें कोई ताल्लुक़ नहीं है ।के सी आर ने बताया कि चंद्रा बाबू नायडू को इल्ज़ामात से पहले अपना मुहासिबा करना चाहीए ।
उन्हों ने बताया कि टी न्यूज़ चिया नल में उन्हों ने 55 लाख रुपय और नमस्ते तेलंगाना अख़बार में 4 करोड़ रुपय की सरमाया कारी की है और ये तमाम वाईट मणि है । उन्हों ने इल्ज़ाम आइद किया कि चंद्रा बाबू नायडू तेलंगाना तहरीक को नुक़्सान पहुंचाने केलिए इस तरह के इल्ज़ामात आइद कररहे हैं उन्हों ने बताया कि कौंसल के इंतिख़ाबात के वक़्त पार्टी उम्मीदवार को वोट ना देने पर जिन तीन अरकान असैंबली को मुअत्तल किया गया था उन्हें तहक़ीक़ाती कमेटी की रिपोर्ट के बाद बहाल किया गया है।
के सी आर ने बताया कि 42 दिन तक जारी रही आम हड़ताल के सबब मर्कज़ को झुकना पड़ा लेकिन चंद्रा बाबू नायडू हड़ताल की एहमीयत को कम करने की कोशिश कररहे हैं । के सी आर ने बताया कि अगर चंद्रा बाबू नायडू और तेलगुदेशम क़ाइदीन उन से माज़रत ख़्वाही ना करें तो वो हतक-ए-इज़्ज़त का मुक़द्दमा दायर करेंगे । इस सिलसिला में उन्हों ने वुकला से मुशावरत करली है । उन्हों ने कहा कि इन की 5 साला सयासी ज़िंदगी इंतिहाई साफ़-ओ-शफ़्फ़ाफ़ रही और वो कभी भी किसी टनडर के मुआमला में मलव्विस नहीं रहे ।
उन्हों ने बताया कि ज़रूरत पड़ने पर पार्टी ने फंड्स इकट्ठा किए हैं जिस की तफ़सीलात पार्टी के पास मौजूद है ।
पोलावरम पराजकट के मसला पर के सी आर ने कहा कि नायडू ने अभी तक पराजकट के बारे में अपना मौक़िफ़ वाज़िह नहीं किया है । पराजकट के ख़िलाफ़ टी आर असहाय कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से रुजू होचुकी है ।
8 अगस्त 2005 को हाईकोर्ट और 2007 मैं सुप्रीम कोर्ट में मुक़द्दमा दायर किया गया । पराजकट के टनडर के ख़िलाफ़ जारीया माह अक्टूबर में तेलंगाना जागृति की जानिब से हाई कोर्ट में दरख़ास्त पेश की गई । उन्हों ने बताया कि पराजकट के ख़िलाफ़ इबतदा-ए-से ही टी आर ऐस जद्द-ओ-जहद कररही है ।
उन्हों ने तेलगुदेशम से मुतालिबा किया कि वो अपना मौक़िफ़ वाज़िह करी। उन्हों ने कहा कि चंद्रा बाबू नायडू को जिन लोक पाल बल की ताईद का कोई अख़लाक़ी हक़ नहीं पहुंचता क्योंकि चीफ़ मिनिस्टर की हैसियत से उन्हों ने अपने ओहदे को लोक आयुक्त के तेहत लाने से इनकार करदिया था ।