मुंबई, 22 फ़रवरी: एक ऐसे वक़्त जब कि महाराष्ट्रा के वज़ीर को बच्चों की पुरतईश ज़ेरे निगरानी आगई है। ऐसा मालूम होता है कि रियासती कांग्रेस एन सी पी मख़लूत हुकूमत के तक़रीबन आधे से ज़्यादा वुज़रा ने चीफ़ मिनिस्टर पृथ्वी राज चौहान के असासा जात के इन्किशाफ़ की हिदायत की ख़िलाफ़वरज़ी की है। एन सी पी के वज़ीर भास्कर जाधव हालिया पुरतईश शादी के बाद जो चिपलोन में उन के बच्चों की हुई थी तन्क़ीद का निशाना बन गए हैं।
सदर पार्टी शरद पवार ने भी उन की सरज़निश की और महिकमा इनकम टेक्स ने उन की जायदादों पर तलाशी की मुहिम अंजाम दी। चीफ़ मिनिस्टर के हुक्म के बावजूद जो पहली बार 2010 में और दुबारा 2011 में दिया गया था सिर्फ़ 55 फ़ीसद वुज़रा ने ताहाल अपने असासा जात और वाजिबात का अप्रेल 2011 में इन्किशाफ़ किया। 5 फ़ीसद रियासती वज़ीरों ने चीफ़ मिनिस्टर के दफ़्तर को तफ़सीलात रवाना करदी।