हैदराबाद 18 अगस्त: आंध्र प्रदेश और तेलंगाना असेंबलीयों की नशिस्तों की तादाद में इज़ाफे पर ग़ौर ना करने मर्कज़ के एलान पर एतराज़ करते हुए तेलंगाना ने मर्कज़ी हुकूमत से दरख़ास्त की है कि इस मसले पर वादे की तकमील के लिए दस्तूरी तरमीम की जाये। पार्लियामेंट के हालिया मीटिंग में मुमलिकती वज़ीर-ए-दाख़िला ने तेलुगू देशम के रुकन टी देवेंद्र गौड़ के तहरीरी सवाल पर जवाब दिया था कि इस किस्म की कोई तजवीज़ हुकूमत के ज़ेर-ए-ग़ौर नहीं है।
तेलंगाना के वज़ीर बलदी नज़म-ओ-नसक़ के टी रामा राव ने कहा कि आंध्र प्रदेश तंज़ीम जदीद क़ानून 2014 में इस (असेंबली की नशिस्तों की तादाद में ) इज़ाफे की तजवीज़ थी। केटी रामा राव ने कहा कि ये महिज़ कोई सियासी या कोई दूसरा वादा नहीं था बल्के हुकूमत ने लोक सभा और राज्य सभा में मंज़ूरा क़ानून के तहत ये वादा किया था। चुनांचे इस वादे की तकमील के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।