हैदराबाद 30 जून : तेलंगाना मसले पर जारी तात्तुल को तोड़ने के अपने कई मंसूबों को क़तईयत देने के हिस्सा के तौर पर कांग्रेस ने अब ये ग़ौर करना शुरू किया हैके रियासती असेंबली के आइन्दा सेशन में अलहदा रियासत तेलंगाना पर एक क़रारदाद पेश की जाये।
कांग्रेस के हलक़ों में इस क़रारदाद के बारे में सरगोशियां होरही हैं जबकि तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले कांग्रेस के क़ाइदीन कल यहां एक जल्सा-ए-आम मुनाक़िद कररहे हैं जिस में हाईकमान पर दबाव डाला जाएगा कि वो 9 दिसम्बर 2009 के एलान के मुताबिक़ अलहदा रियासत तेलंगाना के क़ियाम को यक़ीनी बनाए।
इतेफ़ाक़ से अलहदा रियासत तेलंगाना के क़ियाम का एलान मर्कज़ी वज़ीर दाख़िला पी चिदम़्बरम ने 9 दिसम्बर को किया था। और ये भी हवाला दिया था कि असेंबली में क़रारदाद पेश की जाएगी लेकिन हुक्मराँ पार्टी के अंदर मुख़ालिफ़ तेलंगाना सयासी सफ़ बंदियों के बाइस ये क़रार पेश नहीं की जा सकी।
इस के साथ साथ तेलुगूदेशम पार्टी ने भी मुख़ालिफ़त की थी। लेकिन अब दुसरी तमाम इमकानात के हल होने की तवक़्क़ो नहीं है तो कांग्रेस आने वाले असेंबली सेशन में क़रारदाद लाने पर ग़ौर कररही है।
पार्टी ज़राए ने कहा कि चीफ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी ने इस हफ़्ते नई दिल्ली के दौरे के दौरान कांग्रेस क़ियादत से इस मसले पर तबादला ख़्याल किया और क़रारदाद पेश करने पर मसला संगीन होने का दवा किया था।
रियासत को वापसी के साथ ही किरण कुमार रेड्डी के करीबी बाएतिमाद साथी ने ये बात फैला दी है कि हाईकमान ने तेलंगाना मसला हल करने का फैसला करलिया है और वो इस इलाके के लिये ख़ुसूसी पैकेज का एलान करेगा।
ये मौज़ू पिछ्ले चंद दिनों से अलहदा रियासत तेलंगाना का महवर बना हुआ है। असेंबली में अरकान की तादाद को देखते हुए अलहदा रियासत तेलंगाना पर कोई भी क़रारदाद पेश की जाये तो उसे शिकस्त होगी।
क्यूंकि आंध्र राइलसिमा इलाक़ों से ताल्लुक़ रखने वाले 175 अरकान हैं जबकि तेलंगाना के 119 अरकान हैं। इस हक़ीक़त को जानते हुए भी कि दस्तूर के आर्टीकल 3 के मुताबिक़ असेंबली में क़रारदाद पेश करने की कोई ज़रूरत नहीं है मुवाफ़िक़ तेलंगाना पार्टियां जैसे टी आर एस , बी जे पी और सी पी आई असेंबली में क़रारदाद पुरज़ोर दे रही हैं।
इस मौज़ू पर ये पार्टियां तक़रीबन पिछ्ले 3 साल से असैंबली की कार्रवाई को चलने नहीं दे रही हैं। उनके इस एहतेजाज में वक्ता फ़ौक़ता तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले तेलुगूदेशम के अरकान भी शामिल होते रहे हैं।
अगर असेंबली में क़रारदाद पेश की गई तो उसे शिकस्त यक़ीनी है। इस के लिये कांग्रेस को बहाना मिल जाएगा। और वो इस तेलंगाना मसले को पसेपुश्त डालदेगी इस के अलावा अपनी सयासी हरीफ़ों जैसे तेलुगूदेशम और वाई एस आर कांग्रेस को भी बेनकाब करेगी।
रॉयल तेलंगाना के क़ियाम के ज़रीये एक ख़ुसूसी पैकेज की बात मुस्तर्द करदी गई है अब कांग्रेस के लिये आइन्दा असेंबली सेशन में क़रारदाद की पेशकश ही आख़िरी रास्ता रह गया है।
इसी दौरान वज़ीर पंचायत राज के जाना रेड्डी के ज़ेर क़ियादत तॆलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले कांग्रेस क़ाइदीन कल यहां तेलंगाना साधना सभा मुनाक़िद कररहे हैं।
वज़ीर इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी पोनाला पोलन लक्ष्मीया ने कहा कि तेलंगाना के हुसूल के लिए पार्टी हाईकमान से उसकी आख़िरी लड़ाई होगी।।