असेंबली में मुस्लिम नुमाइंदों की रसाई को रोकने की साज़िश

महबूबनगर में टी आर एस और बी जे पी के दरमियान कांटे के मुक़ाबले के बाद सिरी निवास रेड्डी बी जे पी उम्मीदवार 1879 वोटों से कामयाबी हासिल की जबकि सय्यद इब्राहीम दूसरे मुक़ाम पर रहे । महबूबनगर में मुस्लिम वोटर्स की कसीर तादाद होने के बावजूद भी तमाम फ़िकरोपरस्त ताकतें मुत्तहिद होकर मुस्लिम उम्मीदवार को शिकस्त देने के लिए साज़िश रची हैं और इसमें कामयाबी भी हासिल की है । महबूबनगर में 40 हज़ार से ज़्यादा मुस्लिम वोटर्स होने के बावजूद सय्यद इब्राहीम कामयाब ना हो सके । दीगर तबक़ात की जानिब से राय दही बी जे पी कांग्रेस और तेलगुदेशम के उम्मीदवार में रही लेकिन मुस्लिम उम्मीदवार को अपनी ताईद से दूर रखा गया जबकि मुस्लिम राय दहनदे अपना वोट मुस्लिम उम्मीदवार के हक़ में दिया और ये वोट इतने कीमती रही कि वोटों की आख़िरी गिनती तक फैसला कुन साबित होते रहे और आख़िर में बी जे पी को कामयाब क़रार दिया गया । ऐसा मालूम होता है कि मुस्लिम उम्मीदवारों को असेंबली यह पार्लियामेंट तक पहूँचाना अक्सरीयती तबक़ा नहीं चाहता इस लिए जब कभी किसी मुक़ाम से मुस्लिम उम्मीदवार को बड़ी सयासी जमात से टिकट दिया जाता है तो सारी फ़िकरोपरस्त ताकतें मुस्लिम उम्मीदवार को कामयाबी से रोकने सारी कोशिश आज़माते हैं ।

सैक़्यूलर मुल्क में मुस्लमानों को अवामी नुमाइंदे बनने से आख़िर कब तक रोका जाएगा जहां कहीं भी मुस्लिम आबादी ज़्यादा हो वहां पर वोटर लिस्ट में मुस्लिम तबक़ा की जानिब से अपने नाम दर्ज करवाएं और इलेक्शन कार्ड बनवाकर अपने पास रखें ताकि मुस्लिम वोटर्स में इज़ाफ़ा हो और इंतेख़ाबात में अपने शदीद मन पसंद उम्मीदवार को कामयाब बना सकें । महबूबनगर के मुस्लमान क़ाबिल ए मुबारकबाद हैं जिन्होंने मुस्लिम उम्मीदवार की कामयाबी के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगाया लेकिन बात फ़िर्कापरस्ती-ओ-धोका दही की है जिसकी वजह से बी जे पी उम्मीदवार कामयाब हो गए । अगर टी आर एस उम्मीदवार मैदान में हो तो बी जे पी की जानिब से उम्मीदवार खड़ा करने की ज़रूरत ही नहीं थी । टी आर एस पार्टी की ख़ामोशी की वजह से एक और बी जे पी उम्मीदवार कामयाब हो गया । रियासत के तमाम मुस्लमान भी महबूबनगर के इंतेख़ाबात का तफ्सीली जायज़ा लिया है और इस ख़सूस में हर जगह महबूबनगर इंतेख़ाबात के तब्सिरे चल रहे हैं । के सी आर पर भी तन्क़ीद की जा रही है के सी आर ने महबूबनगर इंतेख़ाबात में ज़्यादा वक़्त नहीं दिया । के सी आर पार्लीमान हलक़ा महबूबनगर एम पी होने के बावजूद टी आर एस उम्मीदवार की कामयाबी के लिए शख़्सी तौर पर कुछ नहीं किया ।

तेलंगाना तहरीक में बार बार मुस्लमानों को शामिल होने की दावत देने वाले के सी आर एक मुस्लिम उम्मीदवार की इंतेख़ाबी मुहिम में दिलचस्पी नहीं ली जबकि उन के जलसों में कई मुस्लिम जमाअतें शामिल होते रहें । महबूबनगर में बी जे पी उम्मीदवार सिरी निवास रेड्डी की कामयाबी पर संगा रेड्डी में बी जे पी कारकुन जश्न मनाते हुए मिठाईयां तक़्सीम करते हुए रैली मुनज़्ज़म की ।