5 रियास्तों के असेम्बली इंतेख़ाबात पार्लियामेंट के सरमाई इजलास की नौईयत का तायुन करेंगे। जिसका आग़ाज़ कल से होरहा है। हालाँकि हुकूमत ने क़ानून साज़ियों का एक भारी भरकम एजंडा मुरत्तिब किया है और 12 रोज़ा इजलास के दौरान अपोज़िशन से ख़ाहिश की है कि इजलास में तौसीअ से इत्तिफ़ाक़ किया जाये, अगर ये ज़रूरी हो जाए।
हालाँकि ये अभी वाज़िह नहीं है कि अलैहदा तेलंगाना रियासत की तशकील का बिल सरमाई इजलास में पेश किया जाएगा या नहीं लेकिन वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने इस मसले के सिलसिले में हुकूमत की ताईद ज़ाहिर करदी है। अपोज़िशन कई मसाइल पर हुकूमत पर तन्क़ीद की भरपूर तैयारी करचुका है और पहले ही दिन से बी जे पी और बाएं बाज़ू की पार्टीयां कल लोक सभा में क़ीमतों में इज़ाफे के मसले पर तहरीकात अलतवा पेश करने का मंसूबा बना चुकी हैं।
तेलंगाना बिल हुकूमत की 38 बिल्ज़ की फ़हरिस्त में शामिल नहीं है लेकिन हुकूमत ने उसे पेश करने का तयक़ून दिया है। मजलिस वुज़रा तेलंगाना बिल का मुसव्वदा क़तईयत देने के मरहले में है जिसकी मंज़ूरी सदर जम्हूरिया को रवानगी से क़बल मर्कज़ी काबीना से हासिल की जाएगी।
सदर जम्हूरिया इस बिल को आंध्र प्रदेश असेम्बली और पार्लियामेंट को रवाना करेंगे। हुकूमत ने ख़वातीन तहफ़्फुज़ात बिल और लोक पाल बिल की मंज़ूरी को तरजीही ज़ाहिर किया है। ये दोनों बिल्ज़ पार्लियामेंट के दोनों ऐवानों में से किसी एक की जानिब से मंज़ूरी हासिल कर चुके हैं और दूसरे ऐवान में ज़ेर-ए-इलतिवा हैं।
ये हुकूमत की एजंडे में सर-ए-फ़हरिस्त हैं। लोक सभा और राज्य सभा तवक़्क़ो है कि अमली एतबार से दोनों ऐवानों में पीर के दिन से कारकरद होंगे। इमकान है कि कल दोनों ऐवानों के इजलास में दरमियानी मुद्दत में इंतेक़ाल करने वाले अरकान को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश करने के बाद इजलास मुल्तवी कर दिया जाएगा।
राज्य सभा के समाजवादी पार्टी रुकन मोहन सिंह, बी जे पी के लोक सभा के रुकन पार्लियामेंट जो सरगोधा की नुमाइंदगी करते थे, फ़ौत होचुके हैं। 6 दिसम्बर बाबरी मस्जिद की शहादत का दिन है। उस दिन आम तौर पर पार्लियामेंट की कार्रवाई में 1992 से ही ख़ललअंदाज़ी के वाक़ियात नज़र आते रहे हैं।
इजलास की कारकर्दगी असेम्बली इंतेख़ाबी नताइज पर मुनहसिर होगी। बी जे पी के डिप्टी लीडर बराए राज्य सभा रवी शंकर प्रसाद ने पार्टी के सीनियर अरकान-ए-पार्लियामेंट के एक इजलास के बाद प्रैस कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए कहा कि पार्लिमेंट की कार्रवाई की नौईयत का तायुन असेम्बली इंतेख़ाबी नताइज पर मुनहसिर है।
दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के इंतेख़ाबी नताइज का इतवार के दिन ऐलान हो जाएगा जबकि मीज़ोरम की राय शुमारी अगले दिन शुरू होगी। अश्या-ए-ज़रुरीया की क़ीमतों में इज़ाफ़ा और तेलंगाना मसले के इलावा बी जे पी चाहती है कि पटना के जल्सा-ए-आम में बम धमाकों के पेशे नज़र दाख़िली सलामती की सूरत-ए-हाल पर भी मुबाहिस मुनाक़िद किए जाएं।
दस्तूरी इदारों जैसे 2G स्पकट्रम अस्क़ाम की तहक़ीक़ात के लिए तशकील दी हुई मुशतर्का पारलीमानी कमेटी की एहमीयत कम करदेना, ख़वातीन पर मज़ालिम और चीन और पाकिस्तान की हिन्दुस्तान के सरहदी इलाक़ों में बढ़ती हुई जारहीयत पर मुबाहिस किए जाएं।