बंगलादेश के ख़िलाफ़ यहां एशिया कप के एक दिलचस्प मुक़ाबले में अफ़्ग़ानिस्तान क्रिकेट टीम ने टाप आर्डर की नाकामी के बाद ड्रामाई अंदाज़ में मुक़ाबला में वापसी करते हुए अस्ग़र और समी उल्लाह शनवारी की शानदार बैटिंग के बदौलत मुक़र्ररा 50 ओवर्स में 6 विकटों के नुक़्सान पर 254 रन स्कोर किए हैं।
25 ओवर्स के खेल के बाद अफ़्ग़ानिस्तान की टीम सिर्फ़ 90 रन के स्कोर पर अपने शुरुआती 5 विकटों के नुक़्सान की वजह से बोहरान की सूरत-ए-हाल में पहूंच चुकी थी लेकिन अस्ग़र ने 103 गेंदों में 6 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 90 रन बनाने के इलावा समी उल्लाह ने छट्टी विकेट के लिए 164 रन की पार्टनरशिप निभाई जबकि समी उल्लाह ने सिर्फ़ 69 गेंदों में 10 चौकों और एक छक्के की मदद से 81 रन की यादगार इनिंग खेली।
मज़कूरा खिलाड़ियों ने इनिंग को सुस्त तरीक़ा से आगे बढ़ाना शुरू किया और इनिंग के आख़िरी ओवर्स में अपनी बैटिंग की रफ़्तार को तेज़ करदी। जैसा कि दोनों बैटसमेनों ने इनिंग के आख़िरी दस ओवर्स में 107 रन बनाए। अस्ग़र अपनी इनिंग के शुरुआत पर किस क़दर सुस्त रफ़्तार बैटिंग की जैसा कि अपने करियर की चौथी निस्फ़ सेंचुरी के लिए उन्हों ने 81 गेंदों का सामना किया लेकिन बाद के 40 रन उन्होंने काफ़ी तेज़ रफ़्तारी के साथ स्कोर किए।
दूसरी जानिब समी उल्लाह ने अपनी बैटिंग में शुरु से ही तेज़ रफ़्तारी बरक़रार रखी लेकिन वो आख़िरी ओवर की पांचवीं गेंद पर रन आउट हुए लेकिन तब तक उन्होंने टीम को मजबूती में पहुंचा दिया था। इसे पहले अफगानिस्तानी ओपनर्स मुहम्मद शहज़ाद (2) , क्रीम सादिक़ (12) जल्द आउट होगए जबकि नजीबुल्लाह ज़दरान ने 21 रन की इनिंग खेली और जिस वक़्त ये आउट हुए उस वक़्त टीम का स्कोर 43/3 था।
अगले बैटस्मेन नौरोज़ मंगल रहे जिन्होंने 33 गेंदों में 3 चौकों की मदद से 22 रन बनाए लेकिन वो भी 23 वीं ओवर में आउट हुए जिस के कुछ देर बाद मुहम्मद नबी भी 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। बंगलादेश के लिए अर्फ़ात समी ने 44 रन के बदले दो खिलाड़ियों को आउट किया जबकि रबेल हुसैन और मोमिनुल-हक़ बिलतर्तीब 61 और 38 रन के बदले एक खिलाड़ी को आउट किया।